बरेली। वरिष्ठ पत्रकार अशोक गुप्ता की बेटी शिवानी की विवाह के कुछ ही घंटों के बाद रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही शिवानी के ताऊ नगर निगम के पार्षद राजकुमार गुप्ता और पिता समेत तमाम स्वजन उसकी ससुराल बदायूं पहुंच गए लेकिन तब तक लड़के के घरवाले घर पर ताला डालकर फरार हो चुके थे। मामले की जानकारी मिलते ही बदायूं की पालिकाध्यक्ष भी सक्रिय हो गईं जिससें बदायूं पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई। शिवानी का शनिवार को बरेली सिटी श्मशान गृह में अंतिम संस्कार कर दिया गया।

वरिष्ठ पत्रकार की बेटी की इस तरह एकाएक हुई मौत की खबर जंगल में आग की तरह फैल गयी। अशोक गुप्ता ने बेहद भारी मन से बताया कि शुक्रवार दोपहर को बेटी से फोन पर बात हुई थी, तब तक सब सही था। लेकिन, दो घंटे बाद ही उसकी मौत की खबर सुनने को मिली। शिवानी के ताउ राजकुमार गुप्ता मामले की संगठन स्तर पर पैरवी कर रहे हैं। अशोक गुप्ता ने बताया है कि शादी की सुबह ही शिवानी के ससुराली कम दहेज की बात कहकर 5 लाख ज्यादा कैश मांगने लगे थे। तुरंत पैसों का इंतज़ाम नहीं कर सका तो ससुरालियों ने उनकी बेटी को मार डाला।

बिरीपुर कसगरान के रहने वाले वरिष्ठ फोटो जर्नललिस्ट अशोक गुप्‍ता की बेटी शिवानी गुप्‍ता की शादी बीते बुधवार (25 नवंबर) को धूमधाम से बदायूं के मोहल्‍ला चौधरी सराय निवासी किराना व्‍यापारी सुभाष चंद्र साहू के बेटे नवनीत साहू के साथ हुई थी। अशोक गुप्‍ता ने वैवाह‍हिक कार्यक्रम बदायूं की साहू धर्मशाला गोपी चौक में सम्‍पन्‍न किए थे। 26 नवंबर गुरुवार की सुबह शिवानी विदा होकर ससुराल गई थी। इसके कुछ घंटे बाद ही अगले दिन उसकी मौत की मनहूस खबर उसके मायके पहुंच गई।

मायके पक्ष के लोग जब बदायूं पहुंचे तो ससुरालियों के घर और दुकान पर ताले सलटत रहे थे। वे शव छोड़कर  फरार हो चुके थे।  दो दिन पहले ही शादी के बाद ससुराल गई शिवानी की मौत कैसे हुई, पुलिस इसकी जांच कर रही है।

बहरहाल, शिवानी गुप्‍ता की मौत का राज और गहरा गया है। पोस्टमार्टम में डॉक्टर किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके। फॉरेंसिक जांच के बिसरा सुरक्षित किया गया है। पति पुलिस की हिरासत में है और उससे लगातार पूछताछ जारी है।

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