अयोध्या। राम मंदिर परिसर का विस्तार 70 एकड़ से बढ़ाकर 108 एकड़ करने की योजना है। इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम जन्मभूमि परिसर के पास 7,285 वर्ग फुट जमीन खरीदी है। इसके लिए 1,373 रुपये प्रति वर्ग फुट की दर से एक करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। ट्रस्ट के न्यासी अनिल मिश्रा ने गुरुवार को अपराह्न में यह जानकारी दी।

ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई यह जमीन अशरफी भवन के पास स्थित है। फैजाबाद के उप-पंजीयक एसबी सिंह ने बताया कि जमीन के मालिक दीप नरैन ने ट्रस्ट के सचिव चंपत राय के पक्ष में 7,285 वर्ग फुट भूमि की रजिस्ट्री के दस्तावेजों पर 20 फरवरी, 2021 को हस्ताक्षर किए। अनिल मिश्रा और अपना दल के विधायक इंद्र प्रताप तिवारी ने गवाह के तौर पर दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। अनिल मिश्रा ने कहा, “हमने यह जमीन खरीदी है क्योंकि राम मंदिर निर्माण के लिए हमें और जगह चाहिए थी।” इंद्र प्रताप तिवारी ने कहा, “राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा पहली बार जमीन खरीदने की प्रक्रिया का हिस्सा बन भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं।” 

फैजाबाद के उप-पंजीयक एसबी सिंह के कार्यालय में ही यह रजिस्ट्री की गई। सूत्रों के अनुसार, ट्रस्ट की योजना अभी और जमीन खरीदने की है। राम मंदिर परिसर के पास स्थित मंदिरों, मकानों और खाली मैदानों के मालिकों से इस संबंध में बातचीत जारी है।

फोरलेन सड़क और टूरिस्ट कांपलेक्स की प्लानिंग करेगी ग्लोबल कंपनी

सूत्रों ने बताया कि ट्रस्ट विस्तारित भव्य मंदिर परिसर का निर्माण 108 एकड़ में करना चाहता है और इसके लिए उसे अभी 14,30,195 वर्ग फुट जमीन और खरीदनी होगी। गौरतलब है कि मुख्य मंदिर का निर्माण पांच एकड़ जमीन पर किया जाएगा, बाकी जमीन पर संग्रहालय और पुस्तकालय आदि जैसे केन्द्र बनाए जाएंगे।

रामनगरी को आध्यात्मिक मेगा सिटी के रूप में विकसित करने के लिए चयनित कंसलटेंट कंपनी एलई एसोसिएट्स दो प्रमुख फोरलेन और टूरिस्ट कॉम्पलेक्स का डीपीआर बनाने का कार्य करेगी। इसमें पूर्व में स्वीकृत फोरलेन सहादतगंज-नयाघाट मार्ग और श्रृंगार घाट से हनुमागढ़ी मार्ग का डीपीआर बदलने की संभावना है। इसमें सड़कों की लंबाई और चौड़ाई पूर्व में स्वीकृत योजना के अनुसार ही होगी लेकिन योजना का नया डीपीआर कंसटेंट कंपनी बनाएगी। साथ ही अयोध्या में एक टूरिस्ट कॉम्पलेक्स बनाए जाने का डीपीआर भी तैयार किया जाएगा। शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने अयोध्या विकास प्राधिकरण को पत्र भेज कर एक सप्ताह तीनों डीपीआर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट औक मंदिर निर्माण समिति की संयुक्त बैठक में न सिर्फ राममंदिर निर्माण के प्लान पर चर्चा हुई बल्कि 70 एकड़ के परिसर सहित अयोध्या के समग्र विकास पर मंथन किया गया। अयोध्या के समग्र विकास के लिए चयनित एलईए एसोसिएट, सीबी कुकरेजा सहित ट्रस्ट द्वारा अनुबंधित डिजाइनर एसोसिएट नोएडा के अधिकारियों ने राम जन्मभूमि परिसर सहित अयोध्या के समग्र विकास के लिए बैठक में अपना प्रजेंटेशन दिया। राम जन्मभूमि की भव्यता सहित अयोध्या के संपूर्ण विकास को लेकर करीब दो घंटे तक चर्चा की गई। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने राम जन्मभूमि सहित अयोध्या के समग्र विकास का समन्वित प्लान तैयार करने पर जोर दिया। साथ ही अयोध्या में ढांचागत सुविधाएं विकसित करने के लिए खाका तैयार करने को कहा। मंडलायुक्त और डीएम ने अयोध्या के विकास के प्लान की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की।

वैदिक सिटी, नॉलेज सिटी भी बनेंगे

बैठक के बाद ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने कहा बैठक में अधिकारियों ने राम जन्मभूमि परिसर सहित अयोध्या के विकास कके लिए जो प्रजेंटेशन दिया वह संतोषजनक रहा। अयोध्या को वैदिक सिटी, नॉलेज सिटी सहित राम संस्कृति की राजधानी के रूप में विकसित करने के लिए योगी सरकार जो पहल कर रही है वह सराहनीय है। श्रीराम की परंपरा ने जो वैभव दिया था, उस वैभव की ओर अयोध्या को ले जाने का प्रयास है। एयरपोर्ट से लेकर निराश्रित महिलाओं के लिए कौशल्या सदन का निर्माण होने जा रहा है। गांवों की गरीबी दूर करने के लिए कॉटेज इंडस्ट्री की स्थापना की जाएगी।

बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, प्रमुख सचिव आवास विकास दीपक कुमार, प्रमुख सचिव शहरी नियोजन, अर्बन डेवलपमेंट रजनीश दुबे, मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र, डॉ. बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, नगर आयुक्त विशाल सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

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