बरेली। 300 बेड कोविड हॉस्पिटल में तैनात संविदाकर्मियों को हटाए जाने के विरोध में समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को सीएमएस से मिला और इन सभी संविदाकर्मियों को कोरोना वायरस समाप्त होने तक के लिए तत्काल प्रभाव से बहाल करने की मांग की।
प्रवक्ता मयंक शुक्ला मोंटी ने बताया की इन सभी संविदाकर्मियों की नौकरी के विज्ञापन से लेकर साक्षात्कार तक सारी प्रक्रिया सरकारी संस्थाओं द्वारा किए जाने के बाद भी इन्हें जिस प्रकार से प्राइवेट हाथों में दिया गया वह पूर्णता गलत है। ये सभी कर्मचारी पूरे 1 साल से कोविड-19 के मरीजों का ख्याल रख रहे हैं और तकनीकी रूप से परिपक्व हैं। इस पूरे प्रकरण में देश और प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकारों का दोहरा व्यवहार भी सामने आता है जिसमें संविदाकर्मियों को कोरोना वॉरियर्स कह कर सम्मानित करने की बात की जाती है मगर यथार्थ में नौकरी ही समाप्त कर दी गई। इसीलिए इन सभी संविदा कर्मचारियों को पुनः बहाल किया जाना चाहिए, अन्यथा समाजवादी पार्टी कर्मचारियों के हित में अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करेगी।