लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इसी साल दिसंबर तक 50 हजार और नौजवानों को सरकारी नौकरी मिलेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यह घोषणा की। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) से चयनित 130 आबकारी निरीक्षकों नियुक्ति पत्र वितरित करने के दौरान उन्होंने यह घोषणा की। नवनियुक्त आबकारी निरीक्षकों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक सेवा आयोग ने ईमानदारी और पारदर्शिता से चयन किया है। आपको किसी भी स्तर पर किसी सिफारिश की जरूरत नहीं पड़ी होगी। आप सभी की कार्यपद्धति आचरण और व्यवहार अच्छा रहे यही अपेक्षा है।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि युवाओं के सर्वाधिक संख्या उत्तर प्रदेश में है। युवाओं की ऊर्जा का लाभ देश और प्रदेश को मिले सरकार की यही मंशा है। इसीलिए सरकार अधिक से अधिक नौकरियों का सृजन करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले जातिवाद, क्षेत्रवाद और भाई-भतीजावाद प्रभावी रहता था। इन सभी बाधाओं को दूर किया गया है। सभी भर्ती आयोगों को संदेश दिया गया है कि हर किसी भर्ती में पारदर्शिता होनी चाहिए।

आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में चार लाख से ज्यादा युवाओं को पारदर्शिता के साथ सरकारी नौकरियां दी गई हैं। प्रदेश में अच्छी कानून व्यवस्था के चलते ही निवेश आया। इससे एक करोड़ 61 लाख नौकरी और रोजगार से युवाओं को जोड़ने में सफलता मिली है। 60 लाख युवाओं को स्वतः रोजगार से जोड़ने में सफलता मिली है। 2002 से 2017 तक जितनी भर्तियां हुईं उससे ज्यादा भर्तियां 2017 के बाद से अब तक हो चुकी है। सरकार की भर्ती प्रक्रिया पर कोई अंगुली नहीं उठा सकता है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि  युवा किसी के बहकावे में ना आएं।  पहले नियुक्ति निकलने पर कुछ लोगों की अपनी प्रक्रिया प्रारंभ हो जाती थी। अब भ्रष्टाचारियों के वसूली के अड्डे और ठेके बंद हो गए हैं। सरकार ने बड़े पैमाने पर ऐसे भ्रष्टाचारियों को जेल में डाला उनकी संपत्ति जब्त की है। 1500 करोड़ से ज्यादा की संपत्तिया जब्त होने के बाद वे चैन से कहां बैठेंगे।   

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