BareillyLive: कल से शुरू होने जा रहे 9 दिवसीय 51 कुंडीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ तथा संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा एवं श्याम गुणगान महोत्सव के प्रथम दिन की शुरुआत कलश यात्रा से होगी, जिसमें तकरीबन 551 कलश लेकर भक्तगण यात्रा निकालेंगे, आज हुई प्रेसवार्ता में आयोजक अजयानंद महाराज जी ने संवाददाताओं को बताया कि 51 कुंडीय यज्ञ कराने का मुख्य कारण भयंकर बीमारियों से हमारे समाज को सुरक्षित रखना एवं कोरोना नामक बीमारी में मारे गए नागरिकों की आत्मा की शांति हेतु हवन करना है जिससे वातावरण भी शुद्ध होगा। समिति के सचिव विनोद मिश्रा एवं जनसंपर्क प्रभारी ठाकुर राहुल सिंह ने बताया कि 51 कुंडीय महायज्ञ आयोजन के प्रथम दिन कलश यात्रा में श्री पंच अग्नि अखाड़े के प्रमुख सभापति कैलाशानंद बापू जी मुख्य अतिथि के रूप में पधार रहे हैं एवं वन व पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण कुमार सक्सेना इस कलश यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। पंडित हेमंत शांडिल्य ने बताया कि कलश यात्रा का शुभारंभ कल दिनांक 29 अक्टूबर को प्रातः 10:00 बजे से धर्मकांटा काली मंदिर, गाला क्राकरी के सामने से होगा जिसमें 551 महिलाएं कलश लेकर चलेंगी। कलश यात्रा, गंगापुर चौराहा- मजदूरों का अड्डा- आलमगिरीगंज- कुतुबखाना- कोहारापीर- प्रेम नगर धर्म कांटा- त्रिवटी नाथ मंदिर के सामने से होते हुए यज्ञ स्थल मनोहर भूषण इंटर कॉलेज पर संपन्न होगी। उसके बाद परसों दिन रविवार सुबह 7 बजे से यज्ञ और श्रीमदभागवत कथा दोपहर 3 बजे से आरम्भ होगी। 6 नवंबर दिन रविवार समापन पर पूजन, पूर्णाआहुति और विशाल भंडारा होगा। कथावाचक के रूप में वृंदावन से श्रीं गोपालानंद ब्रह्मचारी जी रहेंगे। इनके अलावा आचार्य हेमंत शांडिल्य और आचार्य अनुज मिश्रा बरेली से, पंडित भूपेश शास्त्री ऋषिकेश से, आचार्य राजीव नारायण मिश्रा वृन्दावन से, आचार्य आशुतोष मिश्रा कानपुर से पधारेगे।