BareillyLive। ऑल इंडिया रियल फ़ॉर कल्चरल, एजुकेशनल, वेलफेयर सोसायटी, माँ गँगा बचाओ वेलफेयर सोसायटी, महिला कल्याण समिति के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आधुनिक भारत के शिल्पकार सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की 137 वीं जयंती के अवसर पर संस्था मुख्यालय जीवन ज्योति कैंपस सिविल लाइंस बरेली पर सरदार वल्लभ भाई पटेल आधुनिक भारत के शिल्पकार थे क्यों और कैसे विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें बोलते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष रजनीश सक्सेना ने कहा कि सरदार पटेल राष्ट्रीय एकीकरण की अविस्मरणीय मिसाल थे उन्होंने देश को एक सूत्र में पिरोया। आज की युवा पीढ़ी को उन्हें अपना मार्गदर्शक मानते हुए उनके पदचिन्हों पर चलते हुए राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व आर एस एस प्रचारक डॉ. डी सी शर्मा ने कहा कि सरदार पटेल भारत के प्रथम गृह मंत्री थे। बारडोली सत्याग्रह का सफलतापूर्वक नेतृत्व करने पर पटेल जी को वहां की महिलाओं ने सरदार की उपाधि प्रदान की। आज़ादी के बाद विभिन्न रियासतों में बिखरे भारत के भू राजनीतिक एकीकरण में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए सरदार पटेल को भारत का बिस्मार्क और लौहपुरूष कहा जाता हैं। सरदार पटेल वर्णभेद तथा वर्गभेद के कट्टर विरोधी थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ उधोगपति सी एल शर्मा ने की। विशिष्ठ अतिथि रोटेरियन सुनील शर्मा रहे। इससे पूर्व अथितियों ने सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर पुष्प अर्पित किये। अथितियों का स्वागत राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कनिष्क शर्मा, संतोष उपाध्याय तथा मनीष रस्तोगी ने किया। इस अवसर पर सभी ने राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता की शपथ ली। सहयोग वी के मेहरोत्रा, सुनयना स्पेन्सर, अभिषेक सक्सेना, मुनीश गुप्ता, हरजीत कौर, रवि सक्सेना, धीरज कुमार, अरविंद गौण, आशीष प्रधान, मनोज कुमार शर्मा, सौरभ सक्सेना, अभिषेक शर्मा, वीरपाल सिंह, सचिन श्याम भारतीय का रहा। इसी क्रम में दूसरे सत्र में सभी ने राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के प्रतीक सरदार बल्लभ भाई पटेल जी की पटेल चौक स्थित प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर जयंती मनाई। अंत में आभार संस्थापक डॉ. रजनीश सक्सेना ने व्यक्त किया।