हल्द्वानी। हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र के अंतर्गत एक अवैध मदरसे एवं नमाज स्थल को नगर निगम की टीम ने जेसीबी मशीन लगाकर ध्वस्त कर दिया । इस कार्रवाई के दौरान क्षेत्र का माहौल गर्म हो गया और देखते ही देखते अराजक तत्वों ने बवाल कर पथराव शुरू कर दिया। कई वाहनों में आग लगा दी। पत्थरबाजी में कई पुलिस कर्मी, अधिकारी और पत्रकारों भी चोटिल हुए हैं। बढ़ती हिंसा को देखते हुए जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं हल्द्वानी में कल सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार बनभूलपुरा में अपरान्ह करीब चार बजे अवैध मस्जिद और मदरसा और गिराने के लिए नगर निगम और प्रशासन की टीम पहुंच गई। साथ ही पुलिस बल भी पहुंच गया था। मुसलमानों ने इसका विरोध करना शुरू किया जबकि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी साबित हो गया कि मस्जिद और मदरसा सरकारी भूमि में अवैध रुप से बनाए गए हैं।
पहले तो मुस्लिम महिलाओं समेत अन्य लोगों ने मौखिक तौर पर विरोध जताना शुरू किया लेकिन बाद में स्थिति खराब हो गई। मलिक के बगीचे की तरफ आने वाली सभी गलियों को मुसलमानों ने घेर लिया और पत्थर बरसाना शुरू कर दिये। पहले तो पत्थरों से हमला होता रहा। पत्थरों की चपेट में आकर कई पुलिस, नगर निगम और प्रशासन के कर्मचारी घायल हो गये। पत्थरबाजी से बचने के लिए पुलिस ने शील्ड का सहारा लिया लेकिन भीड़ पूरी तरह से बेकाबू हो गई।
घरों और मस्जिदों से भी पत्थर आने लगे। पत्थर मारने वालों में महिलाएं, लड़कियों के अलावा बच्चे भी शामिल थे। इधर मस्जिद और मदरसा को ढहाने के लिए जेसीबी को लगा दिया गया। जेसीबी ने मस्जिद और मदरसा को ढहाने का काम नहीं रोका। हालांकि पत्थरबाज पत्थर बरसाते रहे। साथ ही आगजनी भी शुरू कर दी गई। नगर निगम के ट्रैक्टर को आग लगा दी गई। बाइकों को उठाकर उन्हें आग के हवाले कर दिया गया।
मजहब के नशे में डूबे उपद्रवी लोगों को निशाना बनाकर पत्थर बरसा रहे थे। पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े लेकिन दंगाई भीड़ पर कुछ भी असर नहीं हो रहा था। लग रहा था बनभूलपुरा के सभी लोगों ने मलिक के बगीचा को घेर लिया।
बाद में कार्रवाई पूरी होने के बाद पुलिस फोर्स के साथ नगर निगम, प्रशासन के कर्मचारियों के साथ ही अन्य लोग भी निकलने। इसके बाद भी पत्थरबाजी जारी रही। हिंसा पर उतारू भीड़ से बचते हुए पुलिस फोर्स के साथ लोग किसी तरह बचकर निकल सके। रास्ते में दंगाई पत्थर बरसाते रहे।
पत्रकारों को चिन्हित करके मारा
बनभूलपुरा के दंगाइयों ने पत्रकारों को भी नहीं बख्शा। उन लोगों ने पत्रकारों को चिन्हित करके प्रेस लिखे वाहनों को आग के हवाले कर दिया। जिन पत्रकारों के गले में प्रेस कार्ड लटके थे उन्हें निशाना बनाकर पत्थर बरसाये गये। दो पत्रकारों को घेर कर बुरी तरह मारा। दो कैमरामैनों के कैमरे तोड़ दिए गए और उन्हें मारा भी गया। संभावना है कि बनभूलपुरा के उन लोगों का भी हाथ रहा जो लोग पत्रकारों को जानते थे। दंगाइयों को पत्रकारों की निशानदेही करवाकर हमला कराया गया है।