Bareillylive : हिन्दी साहित्य भारती एवं मां गंगा बचाओ वेलफेयर सोसाइटी के तत्वावधान में ओम लॉन बारात घर में पीलीभीत रत्न सम्मान समारोह एवं अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन कार्यक्रम सूत्रधार जीतेश राज नक्श एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ रजनीश सक्सेना के नेतृत्व में किया गया। जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे दिग्गजों को पीलीभीत रत्न 2025 से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संजय सिंह गंगवार राज्य मंत्री गन्ना विकास व चीनी मिलें व महामंडलेश्वर एवं विधायक स्वामी प्रवक्ता नंद जी के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के उपरांत पीलीभीत रत्न से अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे लोगों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि बिना ऑपरेशन मोतियाबिंद एवं दृष्टिदोष निवारण समिति के संस्थापक अध्यक्ष डॉ महेंद्र सिंह बासु, ब्लॉक प्रमुख भोजीपुरा योगेश कुमार पटेल रहे। आयोजक मंडल द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र में सतेंद्र गंगवार, अशोक बाजपेई, विपिन कुमार सक्सेना, संजय कुमार सक्सेना, कौशलेंद्र भदोरिया, शिक्षा के क्षेत्र में लक्ष्मीकांत शर्मा, शिराज शम्सी, निरंजना शर्मा, उच्च शिक्षा के क्षेत्र में दुर्गेशधर द्विवेदी, मीना गंगवार, कंप्यूटर शिक्षा के क्षेत्र में सुरभि सक्सेना, चिकित्सा के क्षेत्र में डॉ. राकेश सिंह डॉ. पूनम गंगवार, पत्रकारिता के क्षेत्र में अजय गुप्ता, डाक टिकट संग्रह के क्षेत्र में रमाकांत शर्मा, कोरियोग्राफी के क्षेत्र में शिवम शर्मा, पर्यावरण के क्षेत्र में सौरभ सिंह, रियल एस्टेट के क्षेत्र में वैभव कश्यप, साहित्य के क्षेत्र में शिवम मिश्रा आदि को पीलीभीत रत्न से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त पत्रकारिता के क्षेत्र में रितेश बाजपेई, नृत्य विधा के क्षेत्र में शौर्य आनंद शर्मा, चिकित्सा के क्षेत्र में डॉ. सचिन सक्सेना को पीलीभीत गौरव से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया, जिसमें उपेंद्र अर्पण ने कहा कि खुद को इतना भी सिर पर चढाना नहीं और हद से भी ज्यादा गिराना नहीं, काशीपुर उत्तराखंड से आए वीर रस के कवि प्रजापति ने कहा कि वक्त थोड़ा बिता के जाना तुम, फर्ज अपना निभा के जाना तुम, राह में यदि मिले शहीद का घर ,अपने सर को झुका के जाना तुम। रूद्रपुर उत्तराखंड से आए हास्य व्यंग्य के कवि डॉ. जयंत शाह ने विकास पर तंज करते हुए कहा ज्यादा बोल तो कल के अखबार में चल जाएगा भले सरकारी फाइलों में पैदा हुआ सरकारी फाइल में दब जाएगा। भिवाड़ी राजस्थान से आए कवि धर्मवीर शर्मा निश्चित ने कहा कि जब यह पलकें झुकाए तुम्हारे में जुल्मी दिल पर यह ढाई तुम्हारे में इश्क तुमको है हमसे कहो मत कहो मैं तो खुद ही यह तो खुद ही बताएं तुम्हारे हैं दिल्ली से आई कवियत्री वेद रिचा ने कहा आंखों ने नींद से रात बातें करी पीने फिर से रात बातें करनी तुम हमें भूलकर जब अचानक गए हमने तस्वीर से रात बातें करी बरेली से आए हास्य कवि उमेश त्रिगुणायत अद्भुत ने कहा मां तुम्हारी भी है मां हमारी भी है फर्क लेकिन कितना बड़ा देख लो तुम गऊ कहके हमको थमाई गई हम गधा करके तुमको थमाई गए। बदायूं से अभिषेक अनंत ने कहा मैं हूं अम्मा के करेजवा का टुकड़ा जरा देखो मेरा प्यारा प्यारा मुखड़ा दिया जन्म तो पालो बाबूजी मुझे नाले में ना डालो बाबूजी। शाहजहां पुर से आए कवि सम्मेलन का संचालन कर रहे उर्मिलेश सौमित्र ने कहा जब लिखने की बारी आई तो पहले बलिदान लिखा जिंदाबाद जवानी देखी जिंदा हिंदुस्तान लिखा।
कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे आचार्य देवेंद्र देव ने कहा कि जब से ऊपर शिखंडियों के नए-नए अवतार हो गए तब से अपने प्राण के कारण भीष्म बहुत लाचार हो गए इस अवसर पर कार्यक्रम के सूत्रधार ब्रज प्रांत के संगठन महामंत्री जीतेश राज नक्श, कार्यक्रम संयोजक डॉ.रजनीश सक्सेना, जिला अध्यक्ष डॉ.दीपक गंगवार, जिला अध्यक्ष बरेली डॉ. राकेश यदुवंशी ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार, विशिष्ट अतिथि महामंडलेश्वर स्वामी प्रवक्तानंद जी, डॉ महेंद्र सिंह बासु, योगेश कुमार पटेल का स्वागत एवं सम्मान किया। इस अवसर पर अमित शर्मा, रवि शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष विकास श्रीवास्तव, अमित गुप्ता, स्वतंत्र देवल, जगदीश सक्सेना, रामजी नाथ सक्सेना, विनय कुमार सक्सेना, संजीव मिश्रा, हरीश दुलवानी, रामानुज अबस्ती, संतोष मिश्रा, धीरेंद्र मिश्रा, एड. आनंद मिश्रा डॉ.अमिताभ अग्निहोत्री, अनिल गंगवार, हर्षल सिंह, अनीता गंगवार, अनुज गंगवार, प्रियंका गंगवार, अल्पना सक्सेना, विनय कुमार सक्सेना, डॉ. दीनदयाल शर्मा, वेद प्रकाश कश्यप आदि मौजूद रहे। अन्त में आभार जिलाध्यक्ष डॉ.दीपक गंगवार ने व्यक्त किया।