Bareillylive : पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल के अंतर्गत कार्यरत महिलाओं के द्वारा अपने ही पर्यवेक्षकों पर आये दिन झूठें महिला उत्पीडन के आरोप प्रत्यारोप लगाये जाने का मामला प्रकाष में आ रहा है । क्योकि एक ही कार्यस्थल या कार्यालय पर वर्शों से तैनात महिला कर्मचारी जिनका आवास उनके कार्यस्थल के एकदम समीप स्थित है ऐसी महिला कर्मचारी जब तक अपने पर्यवेक्षक की कृपा पात्र बनी रही तब तक 12 घण्टे की परिचालिनिक ड्यूटी के दौरान अपने घरेलू कार्यो को भी अपना कार्यस्थल बिना किसी लिखित अनुमति के अक्सर छोडकर किया जाता रहा। इस दौरान जब रेल संरक्षा व सुरक्षा से जुडे परिचालनिक कार्यो में व्यवधान आने लगा और सुपरवाइजर के दौरान अगर मौखिक रुप से अगर महिला कर्मचारी को डांट दिया तो अपनी गलती छुपाने के लिए उल्टे अपने ही पर्यवेक्षक को अपने पुराने पर्यवेक्षक के साथ मिलीभगत करके उसके खिलाफ अपने वरिश्ठ अधिकारी को महिला उत्पीडन के आरोप में फंसाने के लिए झूठी षिकायत बिना ठोस सबूतों और गवाहो के की जा रही है। क्योंकि रेल प्रषासन आनन-फानन में महिला कर्मचारी द्वारा की गई ऐसी षिकायतो को सच मानकर पुरुश कर्मचारी केा ही दोशी मानकर उसके विरुध की विभागीय जांच पडलात षुरु कर देता है। ये मामले इस इज्जतनगर मंडल में पहली बार देखने को नही मिल रहे है। इससे पहले भी मंडल चिकित्सालय इज्जतनगर में कार्यरत मेल नर्स को भी एक कान्ट्रेक्ट महिला नर्स, स्काउट/गाइड के पूर्व सचिव एवं रेल सुरक्षा बल के सीनियर इन्सपेक्टर और मंडल कार्यालय के इंजीनियरिग विभाग के मुख्य कार्याधी को महिला उत्पीडन के झूठें आरोप में फंसाने की सूचनाए मीडिया में आती रही है।
ऐसा ही एक झूठें महिला उत्पीडन के आरोप का मामला विगत सप्ताह भोजीपुरा रेलवे स्टेषन पर पंतनगर से प्रषासनिक स्थानान्तरण पर भोजीपुरा स्टेषन पर आये मोहन राम भूतपूर्व यातायात निरिक्षक/लांलकुआ जक्षन को पदानवत कर दिनांक 01.04.2025 पदस्थापित किये जाने के बाद इसी स्टेषन पर विगत 2008 से कार्यरत एक महिला कांटावाला के द्वारा भूतपूर्व यातायात निरिक्षक/लांलकुआ जक्षन के साथ मिलकर वर्तमान में कार्यरत स्टेषन अधीक्षक संजय षर्मा जो भोजीपुरा स्टेषन पर दिनांक 16.04.2022 को पदस्थापित हुए को झूठें महिला उत्पीडन के आरोप फंसाकर प्रषासनिक स्थानान्तरण अन्यत्र करवाकर स्टेषन का चार्ज नवागत मोहन राम को दिलवाने और खुद को ड्यूटी में आराम पाने के उद्वेष्य से खुद को प्रताडित बताने वाली महिला ने दिनांक 29.05.2025 को वरिश्ठ मंडल परिचालन प्रबन्धक इज्जतनगर को की। जिस पर रेल प्रषासन ने बिना महिला कर्मचारी के बारे में जांच पडताल करबाकर सीधे आरोपित पर्यवेक्षक के खिलाफ जांच के आदेष कर दिये । जिससे आरोपित कर्मचारी मानसिक रुप से प्रताडित हुआ है और अपने खिलाफ की गई झूठी षिकायत के विरुद्ध मुख्य मंत्री पोर्टल सहित वरिश्ठ पुलिस अधीक्षक,डीएम बरेली, डीआईजी सहित अन्य वरिश्ठ सिविल अधिकारियो को की ।