नई दिल्ली। (Revised guidelines of UGC)विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC/यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों की वर्ष 2020 की परीक्षाओं को लेकर अपनी रिवाइज्ड गाइडलाइंस जारी कर दी हैं। इसके अनुसार अंतिम वर्ष (Final year) की परीक्षाएं सितंबर 2020 के अंत तक होंगी।

UGC ने अपने प्रेस नोट में लिखा है कि अप्रैल 2020 में कोरोना वायरस संकट को देखते हुए उसने विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया था कि वह परीक्षाओं और नए एकेडमिक सत्र को लेकर अपनी रिपोर्ट दे। इसी समिति की रिपोर्ट/अनुशंसा के आधार पर उसने 29 अप्रैल 2020 को विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं और एकेडमिक कैलेंडर को लेकर गाइडलाइन्स जारी की थीं।

यूजीसी ने एक बार फिर इसी एक्सपर्ट कमेटी से आग्रह किया था कि वह अप्रैल में जारी की गई गाइडलाइन्स पर पुनर्विचार करे और विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं एवं एकेडमिक सत्र के बारे में सुझाव दे क्योंकि मौजूदा दौर में कोरोना वायरस महामारी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस समिति ने 6 जुलाई को यूजीसी की एक आपात बैठक में अपने सुझाव रखें जिसे उसने स्वीकार कर लिया।

यूजीसी समिति के सुझावों की मुख्य बातें

  • टर्मिनल सेमेस्टर/फाइनल ईयर की परीक्षाएं सितंबर 2020 के अंत तक आयोजित कराई जाएंगी। ये परीक्षाएं संस्थान अपनी सुविधा के अनुसार, ऑनलाइन या ऑपलाइन मोड से करा सकते हैं।
  • फाइनल ईयर/सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं का मूल्यांकन ऑफ लाइन/ऑनलाइन परीक्षा के आधार पर ही किया जाना चाहिए।
  • कोई भी छात्र/छात्रा फाइनल ईयर परीक्षा में भाग नहीं ले पाते तो उन्हें विश्वविद्यालय या संबंधित संस्थान द्वारा आयोजित कराई जाने वाली विशेष परीक्षा में भाग लेने का मौका दिया जाए। यह विशएष परीक्षा विश्वविद्यालय जब उचित समझे तब करा सकता है। यह व्यवस्था सिर्फ एकेडमिक ईयर 2019-20 के लिए ही मान्य होगी।
  •  बाकी परीक्षाओं जैसे, बीए प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष/प्रथम सेमेस्ट या द्वितीय सेमेस्टर के लिए 29 अप्रैल 2020 को यूजीसी की ओर से जारी की गई गाइडलाइन्स ही मान्य होंगी।
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