नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने दुनिया में बहुत-कुछ बदल दिया है, यहां तक कि रोजगार की दिशा भी। वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम (WEF) की एक रिपोर्ट भी इस ओर इशारा कर रही है। “Future of Jobs Report 2020” नाम से जारी इस रिपोर्ट में यह बताने का प्रयास किया गया है कि आने वाले 5 वर्षों में किस तरह की नौकरियों की मांग बढ़ेगी और किन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर कम होंगे।
WEF के अनुसार, इस रिपोर्ट को 15 औद्योगिक सेक्टर के चीफ एग्जिक्युटिव्स, चीफ स्ट्रेटेजी ऑफिसर और चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर्स से बात कर के बनाया गया है। इसमें कुल 26 विकसित और विकासशील देशों को शामिल किया गया है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2025 तक टेक्नोलॉजी को अपनाने से नौकरियों और स्किल में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। आने वाले समय में क्लाउंड कंप्यूटिंग और ई-कॉमर्स सबसे अधिक मांग वाले सेक्टर होंगे। एनक्रिप्शन, नॉन-ह्यूमनॉइड रोबोट और आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस में भी बढ़त देखने को मिलेगी। सर्वे में शामिल गए 43 प्रतिशत कोरोबारियों ने कहा कि वह तकनीक के चलते अपना कार्यबल (workforce) घटाने वाले हैं। 41 प्रतिशत कारोबारी अपने खास कामों के लिए कॉन्ट्रैक्टर्स को बढ़ाने की सोच रहे हैं। इसके अलावा 34 प्रतिशत ऐसे कारोबार भी हैं जो टेक्नोलॉजी के चलते अपने कार्यबल को बढ़ाने की सोच रहे हैं।
टॉप-20 नौकरियां/रोजगार, जिनकी मांग बढ़ेगी
- डेटा एनालिस्ट और वैज्ञानिक
- आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग स्पेशलिस्ट
- बिग डेटा स्पेशलिस्ट
- डिजिटल मार्केटिंग और स्ट्रेटेजी स्पेशलिस्ट
- प्रोसेस ऑटोमेशन स्पेशलिस्ट
- बिजनेस डेवलपमेंट प्रोफेशनल्स
- डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन स्पेशलिस्ट
- इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी एनालिस्ट
- सॉफ्टवेयर और एप्लिकेशन डेवलपर
- इंटरनेट ऑफ थिंग्स स्पेशलिस्ट
- प्रोजेक्ट मैनेजर
- बिजनेस सर्विसेस और एडमिनिस्ट्रेशन मैनजर्स
- डेटाबेस और नेटवर्क प्रोफेशनल
- रोबोटिक्स इंजीनियरिंग
- स्ट्रेटेजिक एडवाइजर्स
- मैनजमेंट और ऑर्गेनाइजेशन के स्पेशलिस्ट
- फिनटेक इंजीनियर
- मशीनरी की टेक्निकल जानकारी वाले
- ऑर्गेनाइजेशनल डेवलपमेंट स्पेशलिस्ट
- रिस्क मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट
टॉप-10 नौकरियां/रोजगार, जिनकी मांग घटेगी
- डेटा एंट्री क्लर्क
- एडमिनिस्ट्रेटिव और एग्जिक्युटिव सचिव
- अकाउंटिंग, बुककीपिंग एवं पेरोल क्लर्क
- अकाउंटेंट और ऑडिटर्स
- असेंबली और फैक्ट्री में काम करने वाले
- बिजनेस सर्विसेस और एडमिनिस्ट्रेटिव मैनेजर
- क्लाइंट इंफॉर्मेशन और कस्टमर सर्विस वर्कर
- जनरल और ऑपरेशन्स के मैनेजर
- मैकेनिक्स और मशीनरी रिपेयर करने वाले
- मटीरियल रिकॉर्डिंग और बुक कीपिंग क्लर्क
- फाइनेंशियल एनालिस्ट
- पोस्ट सर्विस क्लर्क
- सेल्स रीप्रजेंटेटिव
- रिलेशनशिप मैनेजर
- बैंक टेलर और उससे जुड़े क्लर्क
- घर-घर जाकर सेल और गलियों में सामान बेचने वाले
- इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलेकॉम इस्टॉल और रिपेयर करने वाले
- ह्यूमन रिसोर्स स्पेशलिस्ट
- ट्रेनिंग डेवलपमेंट स्पेशलिस्ट
- निर्माण कार्य करने वाले श्रमिक