पहाड़ी धुनों पर थिरकते युवा, छोलिया नृत्य और खरीददारी यानि उत्तरायणी मेला
बरेली, 15 जनवरी। पहाड़ी गीत और संगीत, बैगपाइपर बैण्ड और छोलिया नृत्य। ठण्डी बहती बयार के बीच ऊनी कपड़ों और हस्तशिल्प के स्टालों पर खरीददारी करते लोग। बांस का अचार, बुरांश का स्क्वैश और भी बहुत कुछ। मानो समूचा उत्तराखण्ड बरेली क्लब के मैदान पर उतर आया हो। यही कुछ दृश्य है आज यहां उत्तरायणी…