नई दिल्ली। दुनिया का सबसे खतरनाक युद्धक विमान अब भारत की उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं की पहरेदारी करेगा। भारतीय वायुसेना में शामिल होने वाले इस हेलीकॉप्टर का नाम है- बोइंग एएच-64 ई अपाचे गार्जियन। भारत ने पिछले साल अमेरिका के साथ ऐसे 22 हेलीकॉप्टरों के लिए अनुबंध किया था। इसे चीन और पाकिस्तान से लगी सीमा पर तैनात किया जाएगा।
अपाचे हेलीकॉप्टर अमेरिकी सेना के एडवांस्ड अटैक हेलीकॉप्टर कार्यक्रम का हिस्सा है। इसे करीब चार दशक पहले अमेरिकी सेना में शामिल किया गया था। समय-समय पर इसको अपग्रेड किया जाता रहा है। अभी यह हेलीकॉप्टर अमेरिका के अलावा केवल इजराइल, मिस्र और नीदरलैंड के पास ही है। इस तरह भारत इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करने वाले पांचवां देश है। आपको याद होगा कि कुछ समय पहले भारत ने अमेरिका में ही बने चिकून हैवीलिफ्ट हेलीकॉप्टर को अपने वायुसेना में शामिल किया है।
दरअसल, अटैक हेलीकॉप्टार किसी भी आधुनिक वायुसेना का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। आगे बढ़ते हुए दुश्मन की बख्तरबंद टुकड़ियों से मुक़ाबले में ये हेलीकॉप्टर अहम भूमिका निभाते हैं। ये रॉकेट, टैंकभेदी मिसाइलों और ज़मीन पर दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने के लिए मशीनगन से लैस होता है। इसमें दो क्रू मेंबर होते हैं और ये हर मौसम में कारगर हमला कर सकता है। लेकिन, भारतीय वायुसेना के पास मौजूद अटैक हेलीकॉप्टर तीन दशक से भी ज्यादा पुराने हैं और उनका अपग्रेडेशन भी नहीं हुआ है। ऐसे में अपाचे के आ जाने से वायुसेना की क्षमता में काफी बढ़ जाएगी।