जयपुर। यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे संत आसाराम को जोधपुर की सेंट्रल जेल में भी वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। गौर हो कि आसाराम पर आश्रम में ही एक 15 साल की लड़की के यौन शोषण का आरोप है। सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट में बताया गया है कि आसाराम को जेल में कोई तकलीफ नहीं होती है और जेल के अंदर उनके ऐशो-आराम का पूरा ध्यान रखा जाता है।
मीडिया में सामने आई कुछ रिपोर्टों के अनुसार, एम मंत्री जो जोधपुर सेंट्रल जेल से हाल में रिहा हुए हैं और जेल के अंदर संत के साथ रहे हैं, ने खुलासा किया है कि आसाराम को हर प्रकार की सुविधा मुहैया करवाई जा रही है और जेल प्रशासन उनकी रोजमर्रा की जरूरतों का पूरा ख्याल रख रहा है। उक्त मंत्री के नाम का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन उसे जेल में आसाराम से कई बार मिलने का मौका मिला था। उसे भी पास की ही बैरक में रखा गया था। उक्त नेता ने दावा किया है कि आसाराम काफी मुलायम व आरामदायक गद्दे पर सोते हैं और उनके कपड़े धुलने के लिए लाउंड्री में जाते हैं। आसाराम को अपनी बैरक के बाहर टहलने की आजादी है लेकिन हिंसक प्रवृत्ति के कैदियों की बैरक के पास नहीं जाने दिया जाता है।
मंत्री ने यह भी खुलासा किया है कि आसाराम हर दिन 30 से 40 मिनट तक फुल बॉडी मसाज करवाते हैं। ये काम उनके पांच सेवादारों में से कोई एक हर दिन करता है। इन सेवादारों को उनकी सेवा के लिए लगाया गया है। आसाराम का एक सेवादार एक मशीन की मदद से विशेष तरल पदार्थ से आसाराम के सिर पर डालता है। यह विशेष ट्रीटमेंट 30 से 40 मिनट तक चलता रहता है। इसके बाद आसाराम नहाने चला जाता है। फिर आसाराम काजू-बादाम, फल व जूस का नाश्ता करता है, जो उन्हें हर दिन दिया जाता है। इसके बाद आसाराम दोपहर के समय आराम फरमाता है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा को लेकर आसाराम कुछ ज्यादा ही सजग है। उसके पांच सेवादार 24 घंटे उसकी सेवा में लगे रहते है। बैरक में टहलने के दौरान भी ये सेवादार आसाराम का घेरा बनाकर रहते हैं ताकि उसकी सुरक्षा की जा सके।