नई दिल्ली। (Electric Tractor) जीवाश्म ईंधन (Fossil fuel) यानी पेट्रोल-डीजल से होने वाले प्रदूषण और इसके बढ़ते आयात से चिंतित सरकार देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए नई-नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं। पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता को कम करने के लिए केंद्र सरकार देश में इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर उतारने जा रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी शनिवार को स्वयं यह घोषणा की।
Go Electric कैंपेन के लॉन्च के मौके पर नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार अगले 15 दिनों के भीतर देश में इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को लॉन्च करेगी। उन्होंने सरकारी मंत्रालयों और विभाग के सभी अधिकारियों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल करना अनिवार्य करने की भी बात कही। गडकरी ने यह भी सुझाव दिया कि सरकार को घरों में रसोई गैस खरीदने के लिए समर्थन देने के बजाय बिजली पकाने के उपकरण खरीदने के लिए सब्सिडी देनी चाहिए।
गौरतलब है कि नितिन गडकरी ने हाल ही में देश का पहली सीएनजी (CNG) पावर्ड ट्रैक्टर लॉन्च किया था। यह एक डीजल ट्रैक्टर है जिसे सीएनजी में कन्वर्ट किया गया है। ये अपने तरह का देश का पहला ट्रैक्टर है। ये ट्रैक्टर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का ही है। सरकार का दावा है कि इस ट्रैक्टर के प्रयोग से खर्च को तकरीबन 55 प्रतिशत तक घटाया जा सकता है।
बहरहाल, इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर से जुड़ी तकनीकी विशेषताओं के बारे में कोई भी जानकारी अभी साझा नहीं की गई है। इतना जरूर पता चला है कि इस ट्रैक्टर में बैटरी का इस्तेमाल किया जाएगा और यह पूरी तरह से एक इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर होगा।
सोनालिका ने लॉन्च किया था देश का पहला इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर
सरकार जिस ट्रैक्टर को लॉन्च करने की बात कर रही है वह देश का पहला इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर नहीं है। इससे पहले प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी सोनालिका ने बीते साल दिसंबर में देश के पहले इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर Tiger को लॉन्च किया था जिसे यूरोप में डिजाइन किया गया है।
Sonalika Tiger में कंपनी ने IP67 मानक वाले 25.5 kW की क्षमता के नेचुरल कूलिंग कॉम्पैक्ट बैटरी का प्रयोग किया है। यह ट्रैक्टर सामान्य तौर पर डीजल ट्रैक्टरों के मुकाबले एक चौथाई से भी कम खर्च में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस ट्रैक्टर की शुरुआती कीमत महज 5.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) तय की गई है। इस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को घरेलू सॉकेट से ही चार्ज कर सकते हैं। इसकी बैटरी को फुल चार्ज होने में तकरीबन 10 घंटे का समय लगता है। किलोमीटर प्रतिघंटा है। कंपनी इस ट्रैक्टर के साथ चार्जिंग सिस्टम भी दे रही है, जिससे यह महज 4 घंटे में ही फुल चार्ज किया जा सकता है।