प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के डीएम कैंप कार्यालय पर बुधवार को “हाई वोल्टेज ड्रामा” हुआ। प्रतापगढ़ में शिवगढ़ ब्लॉक की मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए रानीगंज से भाजपा विधायक अभय कुमार ओझा (धीरज) डीएम कैंप कार्यालय पर धरने पर बैठ गए। उन्हें मनाने के लिए एडीएम गए लेकिन नाकाम रहे। इसके बाद पहुंचे एसपी से उनकी नोकझोंक हुई। ओझा एसपी पर मारपीट का आरोप लगाते हुए खुद के कपड़े फाड़कर जिलाधिकारी आवास के सामने सड़क पर लेट गए। वे अधिकारियों पर उनको गोली मारने की धमकी देने का आरोप भी लगा रहे थे। इस दौरान उनके समर्थकों ने पुलिस और प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की।

दोपहर बाद डेढ़ बजे अभय कुमार ओझा अपने कुछ समर्थकों के साथ डीएम कैंप कार्यालय पहुंचे। इस दौरान जिलाधिकारी आवास पर नहीं थे। इस पर वे उनके कैम्प कार्यालय पर समर्थकों संग धरने पर बैठ गए। इसकी सूचना विधायक के समर्थकों को मिली तो बड़ी संख्या में वहां पहुंचने लगे। जानकारी होने पर एडीएम शत्रोहन वैश्य विधायक अभय कुमार ओझा को मनाने के लिए डीएम कैंप कार्यालय पहुंचे और बहुत कोशिश की लेकिन ओझा किसी भी हाल में मानने को तैयार नहीं हुए।

इस दौरान विधायक समर्थकों की भीड़ डीएम कैंप कार्यालय में जबरन घुस गई। सूचना पर जिलाधिकारी डॉ नितिन बंसल और एसपी आकाश तोमर पहुंचे और विधायक ओझा को समझाने की कोशिश करने लगे। इस बीच विधायक की एसपी के साथ नोकझोंक भी हुई। आक्रोशित विधायक अपने कपड़े फाड़कर डीएम कैंप कार्यालय से समर्थकों संग बाहर निकले और एसपी पर मारपीट का आरोप लगाते हुए सड़क पर लेट गए। समर्थकों ने एसपी और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। हालात को देख एसपी मौके से चले गए। दूसरी तरफ विधायक और उनके समर्थक डीएम कैंप कार्यालय पर ही डटे रहे। डीएम उन्हें मनाने में जुटे रहे और डीएम आवास के बाहर विधायक समर्थक नारेबाजी करते रहे।

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