लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के रिक्त पद को भरने के लिए 12 जून को उप चुनाव कराया जाएगा। इसका निर्देश उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने दिया है। इसके लिए 2 जून को संबंधित जिलाधिकारी अधिसूचना जारी करेंगे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना के करीब एक महीने बाद ही उपचुनाव होने जा रहे हैं।
बुधवार, 2 जून 2021 को जिलाधिकारी के उप चुनाव की अधिसूचना जारी करने के बाद 3 जून को निर्वाचन अधिकारी उपचुनाव की अधिसूचना जारी करेंगे। उसी दिन से पर्चों की बिक्री शुरू हो जाएगी। 6 जून को सुबह 8 बजे से नामांकन होंगे। सभी पदों के लिए उसी दिन दोपहर 3 बजे से पर्चों की जांच होगी। 7 जून को नामांकन पत्रों की वापसी और उसी दिन दोपहर 3 बजे से चुनाव चिन्ह आवंटन होगा। 12 जून को मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। इसके बाद 14 जून को सुबह 8 बजे से मतगणना होगी और रात तक परिणाम भी घोषित हो जाएगा। अधिकतर पद ग्राम पंचायत सदस्यों के रिक्त हैं। इन पदों के रिक्त रहने के कारण 21 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों का गठन नहीं हो सका और नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान शपथ भी नहीं ले सके। ऐसे में उपचुनाव वाले अधिकतर स्थानों पर निर्विरोध निर्वाचन संभव है।
दरअसल, प्रदेश में हजारों की संख्या में ग्राम पंचायत सदस्यों के पद रिक्त रह गए हैं जिसकी वजह से करीब 20 हजार प्रधान शपथ नही ले सकें। इस दौरान ग्राम पंचायत सदस्यों का दो तिहाई बहुमत होना जरूरी है। इसके अलावा कोरोना संक्रमण, हत्या समेत अन्य कारणों से कई ग्राम प्रधान की मौत भी हुई है। इसी कारण बड़ी संख्या में ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य, बीडीसी और ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए भी उपचुनाव की प्रक्रिया चलेगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जून के दूसरे पखवाड़े में
उत्तर प्रदेश की 21 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों की गठन प्रक्रिया पूरी कराने के साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख पदों के चुनाव की सुगबुगाहट भी तेज हो गई है। सूत्रों का कहना है कि 15 जून के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव कराने की तैयारी है। इसके बाद ही ब्लॉक प्रमुखों का चुनाव होगा।