लंदन : दुनिया में पहली बार अपनी तरह का एक अनोखा कीड़ा मिला है जो आधा नर है और आधा मादा। इस कीड़े की मालकिन लौरेन गारफील्ड को इसकी इस विशेषता की जानकारी तब हुई जब उसने अपनी चमड़ी छोड़ी। लौरेन ने चार्ली नामक इस जीव को लंदन म्यूजियम को दान कर दिया है ताकि वैज्ञानिक शोध किया जा सके। ब्रिटेन के नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम के मुताबिक यह चमकदार हरे रंग का जीव अपनी तरह का पहला “नर-मादा कीड़ा” है। गौरतलब है कि करीब एक साल पहले अमेरिका के पेन्सिलवेनिया में पक्षियों पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ जेम्स आर हिल तृतीय ने एक ऐसे दुर्लभ पक्षी की तस्वीर खींचने में सफलता हासिल की थी जो आधा नर और आधा मादा है।
इस अनोखे कीड़े का हरा शरीर मादा का है और भूरे रंग का पंख नर का है। यह देखने में बहुत ही आकर्षक है। लौरेन ने कहा कि दुख की बात यह है कि इस कीड़े को भविष्य में मारना पड़ेगा ताकि उसका और ज्यादा अध्ययन किया जा सके। अगर यह जीव प्राकृतिक तरीके से मरता है तो यह सूख जाएगा और उसका रंग भी खत्म हो जाएगा। लौरेन ने बताया कि चार्ली मूल रूप से अन्य कीड़ों की तरह से है जो वह अपने घर पर रखती हैं।
नर कीड़े में शरीर का आकार 3.5 इंच से लेकर 5 इंच तक
इस अनोखे कीड़े ने जब अपनी चमड़ी छोड़ी तब लौरेन गारफील्ड व अन्य लोगों का ध्यान उसकी ओर गया। इसके बाद लौरेन ने फेसबुक पर एक पोस्ट की और इस कीड़े के बारे में बताया। उनकी यह पोस्ट फेसबुक पर वायरल हो गई। इसे Diapherodes gigantea कहा जाता है। लौरेन ने कहा, “मैं कीड़ों को पिछले कई साल से पाल रही हूं और दुर्घटनावश मैंने नर-मादा कीड़े का पालन किया। इसका मतलब है कि यह आधा मादा और आधा नर है।”
लौरेन ने बताया कि नर कीड़े में शरीर का आकार 3.5 इंच से लेकर 5 इंच तक होता है जबकि मादा का आकार 5.5 इंच से लेकर 7 इंच तक होता है। लौरेन ने कहा कि उनका बेटा इस खोज से बहुत उत्साहित है। नेचुरण हिस्ट्री म्यूजियम के विशेषज्ञों के साथ संपर्क से पहले मेरा बेटा चार्ली को लेकर स्कूल गया था ताकि अन्य बच्चे उसे देख सकें। कई फोटो खींचने के बाद लौरेन ने उसे म्यूजियम को सौंप दिया ताकि उसकी आगे की जांच की जा सके।