नई दिल्ली। भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट के सकेतों के बीच केंद्र सरकार भले ही हालात ठीकठाक होने के दावे कर रही हो पर उसके अपने आंकड़े ही बता रहे हैं कि ऐसा है नहीं। आंकड़े परेशान करने वाले हैं। ऑटोमोबाइल उद्योग मांग में आयी गिरावट से परेशान है तो बीते अगस्त माह में मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर का पर्चेजिंग मैनेजर्स सूचकांक (पीएमआई) गिरकर 15 महीनों के न्यूनतम स्तर पर आ गया। जैसे इतना ही काफी नहीं था, अगस्त महीने में वस्तु एवं सेवा कर संग्रह (GST collection) में भी गिरावट दर्ज की गई है।
अगस्त 2019 में कुल जीएसटी कलेक्शन 98,202 करोड रुपये रहा। इसमें CGST 17,733 करोड़, SGST 24,239 करोड़ और IGST 48,958 करोड़ है जिसमें 24,818 करोड़ आयात से है। अगस्त महीने में सेस से कमाई 7,273 करोड़ रुपये है जिसमें 841 करोड़ आयात से है। इससे पहले की महीने यानी जुलाई में जीएसटी संग्रह 1,02,083 करोड़ रुपये रहा था। पिछले साल से तुलना करें तो अगस्त 2018 में GST संग्रह 93,960 करोड़ रुपये था। इस वित्तीय वर्ष (2019-20) की बात करें तो अप्रैल में अब तक सबसे ज्यादा 1,13,865 करोड़ रुपये जीएसटी कलेक्शन हुआ था। मई में यह 1,00,289 करोड़, जून महीने में 99,939 करोड़ और जुलाई में 1,02,083 करोड़ रुपये का जीएसटी कलेक्शन हुआ था।