सुधाकर शर्मा, बिल्सी (बदायूं): नगर में तहसील रोड स्थित एक कांप्लेक्स में करीब 40 साल पहले बनाई गईं दुकानें अब जर्जर हालत में पहुंच गई हैं. कार्यदायी संस्था की लगातार अनदेखी के चलते न केवल दुकानदारों का धंधा मंदा होने लगा है, बल्कि उनका जीवन भी खतरे में पड़ गया है. कहने- लिखने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
करीब चार दशक पहले नगर पालिका ने शरद यादव कांप्लेक्स में डेढ़ दर्जन दुकानों का निर्माण कराया था. यह दुकानें नीलामी में आवेदकों को आवंटित की गई थीं. पालिका इन दुकानों का प्रतिमाह किराया भी वसूल करती है, लेकिन उसने दुकानों की मरम्मत पर आज तक एक पैसा भी खर्च नहीं किया. नतीजा यह कि अब दुकानों की छतें, दीवारें दरकने लगी हैं और अब यह गिरताऊ हालत में हैं. यहां कारोबार करने वालों की बरसात के दिनों में जान खतरे में पड़ी रहती है. कोढ़ में खाज यह कि दुकानों के आगे कांप्लेक्स में खड़ंजा तक नहीं डलवाया गया है. इस कारण भीषण गंदगी बनी रहती है और यह पूरा हिस्सा नरक बन गया है. इसके चलते व्यापारी, ग्राहक और राहगीरों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. दुकान के किराएदार दीपक वार्ष्णेय, मुन्नीलाल, सुरेश बाबू, प्रदीप बाबू आदि ने पालिका चेयरमैन से जल्द से जल्द दुकानों की मरम्मत और प्रांगण में खड़ंजा डलवाने की मांग की है.
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