लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधानसभा में आज बुधवार को यह घोषणा की,कि उत्तर प्रदेश की सिविल सेवा में प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 2012 से अब तक की अखिलेश यादव शासनकाल के दौरान हुईं सभी भर्तियों पर अब सीबीआई जांच करायी जाएगी।

योगी ने कहा कि पिछले पांच साल में एक भी भर्ती ऐसी नहीं है, जो विवादित ना रही हो। हमारी सरकार पारदर्शिता की ओर कदम बढ़ा रही है।
सीएम ने कहा कि पिछली सरकार के दौरान भर्तियों में खूब गड़बड़ी हुई थी। ऐसे में इन भर्तियों की सीबीआई जांच जरूरी है। इस दौरान गड़बड़ियों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि अखिलेश सरकार के दौरान यूपीपीएससी की भर्तियों में भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। यहां तक कि यूपीपीएससी पर एक जाति विशेष के लोगों को भर्तियों में तरजीह के भी आरोप लगे।
योगी ने कहा कि अपराधियों को संरक्षण देने वालों के खिलाफ भी कड़ा कानून बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2012 से अब तक एक भी ऐसी नियुक्ति नहीं है, जिसे लेकर उंगली ना उठ रही हो. पुलिस के डेढ लाख पद खाली पडे़ हैं क्योंकि ‘आपके (सपा) इरादे साफ नहीं थे और उच्चतम न्यायालय ने नियुक्तियों पर रोक लगा दी ।’ उन्होंने कहा कि पिछले चार महीने के दौरान अपराध का ग्राफ गिरा है . मौजूदा सरकार के आते ही शत प्रतिशत एफआईआर दर्ज हो रही हैं।
योगी ने कहा कि बजट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्र ‘सबका साथ सबका विकास’ को अपनाया गया है और बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग के लिए इसमें प्रावधान किया गया है । उन्होंने कहा कि देश के ​इतिहास में पहली बार राज्य का इतना बड़ा बजट पेश किया गया है ।इसे किसानों की 36000 करोड रूपये की रिण माफी के लिए भी याद किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने  उत्तर प्रदेश के चहुंमुखी विकास की प्रक्रिया में विपक्षी दलों के सदस्यों से सहयोग की अपील की।

उन्होंने कहा कि सरकार अयोध्या, काशी, मथुरा और वृन्दावन जैसे धार्मिक स्थानों एवं बुद्ध सर्किट पर पड़ने वाले पवित्र स्थलों का विकास कराएगी।उनके इतना कहते ही सदन में सत्तापक्ष के सदस्यों ने ‘हर हर महादेव’, ‘जय श्रीराम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाये।

सदन में मौजूद ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की तारीफ करते हुए योगी ने कहा कि गांवों और शहरों में बिना किसी भेदभाव के बिजली आपूर्ति हो रही है ।अगर देवाशरीफ में बिजली जा रही है तो महादेवा मंदिर में भी बिजली दी जाएगी। योगी के करीब दो घंटे के भाषण से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने हालांकि सदन से वाकआउट किया। प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने सदन में पिछले सप्ताह बजट पेश किया था।

एजेंसी

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