May 16, 2024

The Voice of Bareilly

महामारी के समय ठगी : चीन ने अपने इस दोस्त को भेजे अंडरगार्मेंट्स से बने मास्क

इस्लामाबाद। “ऐसा कोई सगा नहीं जिसको हमने ठगा नहीं।” यह बात चीन पर सौ फीसदी लागू होती है। अब देखिये ना, स्पेन, नीदरलैंड्स और इटली को घटिया कोराना वारयस टेस्टिंग किट और मास्क भिड़ा देने वाले चीन ने अपने अजीज दोस्त पाकिस्तान को भी नहीं छोड़ा। ऐसा “धोखा”  दिया कि उसके टुकड़ों पर पल रहे पाकिस्तान के हुक्मरान बिलबिला कर रह गए। दरअसल, चीन ने मेडिकल सप्लाई भेजने का वादा किया था और जब वहां से आए सामान के बंडलो को खोलकर देखा गया तो पता चला कि एन-95 मास्क की जगह अंडरगार्मेंट्स से बने मास्क भेज दिए गए हैं।

 चीन ने पिछले दिनों पाकिस्तान से वादा किया था कि वह उसे एन-95 मास्क भेजेगा। इस पर प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीन का गुणगान शुरू कर दिया और इसी बहाने लगे हाथों भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भला-बुरा कहा। लेकिन, उन्हें क्या पता था कि ड्रैगन का इस तरह गुणगान करने पर भी कोई फायदा नहीं होने वाला। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, जब चीन से मेडिकल सप्लाई पाकिस्तान पहुंची तो मेडिकल स्टाफ उसे खोल कर हैरान रह गया क्योंकि ये अंडरगार्मेंट्स से बने मास्क थे। हैरानी की बात यह है कि सिंध की प्रांतीय सरकार ने बिना जांच किए ही ये मास्क अस्पतालों में ये भेज दिए।

इससे पहले चीन ने मेडिकल सप्लाई भेजने के लिए गिलगित-बाल्टिस्तान से लगी सीमा को खोलने का अनुरोध किया था। चीनी दूतावास ने पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के नाम चिट्ठी में कहा था कि शिजियांग उइगुर स्वायत्त क्षेत्र पाकिस्तान को मेडिकल सप्लाई भेजना चाहता है। चिट्ठी में चीन ने लिखा था कि वह 2 लाख सामान्य मास्क, दो हजार एन-95 मास्क, पांच वेंटिलेटर और 2 हजार टेस्टिंग किट भेजेगा। इस अनुरोध पर पाकिस्तान फूला नहीं समाया लेकिन उसे कहां पता था कि चीन उसके साथ ठगी कर लेगा। हालांकि, अभी यह पता नहीं चल पाया है कि मास्क के अलावा किसी अन्य मेडिकल सप्लाई में कोई खामी पाई गई है या नहीं।

पाकिस्तान में कोरोना वायरस के 2,700 से ज्यादा मामले

20 करोड़ की आबादी वाले पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या शनिवार को बढ़कर 2,708 हो गई। अकेले पंजाब प्रांत में इसका आंकड़ा 1,000 के पार पहुंच गया है। नेशनल हेल्थ सर्विसेज के मुताबिक कोनोरा वायरस के कारण अब तक 40 लोगों की जान जा चुकी है, हालांकि 140 लोग इसके संक्रमण के बाद ठीक भी हुए हैं।