वाशिंगटन। कोरोना वायरस एक-दूसरे के संपर्क में आने और वायरस की मौजूदगी वाली सतह या सामान को छूने से ही नहीं फैलता बल्कि कभी-कभी यह हवा से भी फैल सकता है।अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (Centers for Disease Control and Prevention, CDCP) के मुताबिक, हवा में मौजूद वायरस की वाहक छोटी-छोटी बूंदों से भी संक्रमण फैल सकता है। ये बूंदें हवा में कुछ मिनट से लेकर घंटों तक रह सकती हैं।
सीडीसीपी ने पिछले महीने हवा से संक्रमण फैलने के संबंध में दिशानिर्देश प्रकाशित किए थे जिसे बाद में हटा दिया था। सीडीसी ने इन दिशानिर्देशों को सोमवार को फिर अपडेट किया है। अपडेट की गई जानकारी से उस रिपोर्ट की पुष्टि होती है जिसमें कहा गया है कि असामान्य हालात में कुछ मामलों में पॉजिटिव व्यक्ति से छह फीट दूर रहने वाले व्यक्ति भी संक्रमित हुए हैं। सीडीसीपी ने कहा कि बंद जगहों पर, जहां अक्सर गीत-संगीत या शारीरिक व्यायाम जैसे कार्यक्रम होते रहते हैं, वहां हवा से संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा रहता है।
वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि जब भी कोई संक्रमित बोलता, खांसता या लंबी सांस छोड़ता है तो उसके मुंह या नाक से निकलने वाले कोरोना वायरस युक्त ड्रॉपलेट्स उस इमारत के पूरे वातावरण में फैलते, रुकते या फिर किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। ऐसे में घर में अंदर की हवा अंदर और बाहर आने-जाने की व्यवस्था होनी चाहिए।