वाराणसी। वाराणसी में रोजाना शाम को होने वाली (सांध्यकालीन) गंगा आरती आंशिक चंद्रग्रहण के कारण मंगलवार को दोपहर में ही की गई। बता दें कि काशी में दशाश्वमेध घाट पर करीब तीन दशकों से गंगा आरती हो रही है। इस दौरान अब तक का यह तीसरा मौका है जब दोपहर में आरती करनी पड़ी है।
हाल के तीन वर्षों से आषाण पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगने के कारण ऐसा हुआ है। मंगलवार की दोपहर दशाश्वमेध घाट के दक्षिणी हिस्से में गंगोत्री सेवा समिति और उत्तरी हिस्से में गंगा सेवा निधि की ओर से गंगा आरती अपराह्न तीन बजे शुरू हुई।
दोपहर का वक्त होने के कारण भले ही घाट पर दर्शनार्थियों की भीड़ नहीं थी लेकिन गंगा आरती के विधान नित्य की भांति पूर्ण किए गए। गंगा आरती का विधान दोपहर तीन बजकर 56 मिनट से पहले पूर्ण कर लिया गया। अस्सी घाट, गाय घाट और भैसासुर घाट पर होने वाली सांध्यकालीन दैनिक गंगा आरती भी दोपहर में ही की गई।
साभार : लाइव हिन्दुस्तान
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