नई दिल्ली। (IMC 2020) भारत में नए साल 2020 की दूसरी छमाही मेंJio 5G की शुरुआत होगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने मंगलवार को इंडियम मोबाइल कांग्रेस 2020 (Indium Mobile Congress 2020) में अपने मुख्य भाषण के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि Jio द्वारा पेश की जाने वाली 5G सेवा भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत नीति के लिए एक “गवाही” होगी। Jio देश में 5G सेवा शुरू करने के अलावा Google के साथ मिलकर एक किफायती एंड्रॉइड फोन विकसित कर रहा है जिसके आने वाले महीनों में लॉन्च होने की संभावना है।
सम्मेलन का आयोजन मोबाइल सेवा प्रदाताओं के मंच (सीओएआई) ने दूरसंचार विभाग के साथ मिल कर किया है। 5जी पांचवीं पीढ़ी का मोबाइल नेटवर्क है, जो वर्चुअल तरीके से सभी को और सभी चीजों मसलन मशीनों, सामान और उपकरणों को जोड़ेगा।
अंबानी ने कहा कि 5जी सेवाओं को तेजी से शुरू करने के लिए नीतिगत कदमों की जरूरत है। नीतिगत कदमों से ही हम उचित दाम पर सभी को 5जी सेवाएं उपलब्ध करा पाएंगे। अंबानी ने भारत को हार्डवेयर विनिर्माण केंद्र के रूप में भी विकसित करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि इतने महत्वपूर्ण क्षेत्र में देश सिर्फ आयात पर निर्भर नहीं रह सकता।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन ने कहा कि आज दुनिया में भारत सबसे बेहतर तरीके से ‘डिजिटल से जुड़ा’ देश है। इसके अलावा देश में 5जी नेटवर्क को तेजी से लगाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी जियो देश में 5जी क्रांति की अगुवाई करेगी. उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि जियो 2021 की दूसरी छमाही में देश में 5जी क्रांति की अगुवाई करेगी।”
अंबानी ने कहा कि जियो का 5जी देश में विकसित नेटवर्क, हार्डवेयर और प्रौद्योगिकी उपकरणों पर टिका होगा। ‘‘जियो की 5जी सेवाएं आपके प्रेरित करने वाले आत्मनिर्भर भारत के दृष्टकोण के अनुरूप होंगी।”
उन्होंने कहा कि देश में आज भी 30 करोड़ ग्राहक 2जी में ‘फंसे’ है और उन्हें स्मार्टफोन में लाने के लिए नीतिगत हस्तक्षेप की जरूरत है। स्मार्टफोन के जरिये ये ग्राहक भी डिजिटल लेनदेन में सक्षम हो सकेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 5जी से भारत न केवल चौथी औद्योगिक क्रांति का हिस्सा बनेगा, बल्कि वह इसकी अगुवाई भी करेगा।”
अंबानी ने कहा कि भारत को सेबीकंडक्टर के विनिर्माण केंद्र के रूप में भी विकसित किया जा सकता है. अंबानी ने कहा, ‘‘हम बड़े आयात पर निर्भर नहीं रह सकते।” दुनिया की कई बड़ी कंपनियां भारत में विनिर्माण सुविधाएं लगा रही हैं। भारत ने चिप डिजाइन में विश्वस्तरीय क्षमता हासिल की है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि भारत अत्याधुनिक सेमीकंडक्टर उद्योग का प्रमुख केंद्र बन सकता है। जब सभी अंशधारक मिलकर काम करेंगे तो भारत हार्डवेयर में भी सॉफ्टवेयर जैसी सफलता सुनिश्चित कर सकेगा।” गौरतलब है कि अंबानी का दूरसंचार उपक्रम Jio चार साल में देश में पहले स्थान पर पहुंच गया है। Jio द्वारा वॉयस कॉलिंग मुफ्त दी जा रही हैं, साथ ही उसकी डेटा की दरें भी काफी कम है।