न्यूयार्क। कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरी दुनिया में दहशत है। सरकारें और विभिन्न एजेंसियां संक्रमण को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही हैं। कुछ स्थानों पर संक्रमण की रफ्तार कम हुई है पर अमेरिका, ब्राजील के साथ ही भारत के मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद आदि में इसके बढ़ते मरीज चिंता बढ़ा रहे हैं। इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि वैश्विक एकजुटता के अभाव में कोरोना वायरस की खतरनाक स्थिति आ सकती है।
विडंबना और विरोधाभास देखिए। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य ने मेलबर्न समेत राज्यभर में चार हफ्ते का लॉकडाउन लगा रहा है। उधर अमेरिका के ओरिजोना बार्स और न्यू जर्सी में इनडोर डाइनिंग के साथ अमेरिका के ज्यादा क्षेत्रों में गतिविधियों को दोबारा खोलने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। न्यूजीलैंड वर्चुअल फोरम पर साल 2021 में एशिया पैसिफिक इकॉनोमिक को-ऑपरेशन का आयोजन कर रहा है जबकि टोक्यो कोरोना वायरस की मॉनिटरिंग को रिवाइज कर रहा है। आईएफओ इंस्टीट्यूट के मुताबिक, जर्मनी में निकाले गए वर्कर्स फुल टाइम काम शुरू कर रहे हैं। दोबारा चालू होने के बाद हॉस्पीटलिटी, ट्रांसपोर्ट और रिटेल में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिल रही है।
भारत सरकार ने कोरोना अनलॉक-2 के लिए गाइडलाइन्स जारी कर दी है। सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन्स में स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक और कोचिंग संस्थान, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें, मेट्रो रेल, सिनेमा, जिम, पूल, धार्मिक समारोहों पर लगी रोक 31 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया है। गाइडलाइन के अनुसार देशभर में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू रहेगा। हालांकि आवश्यक सेवाओं को छूट मिलेगी। सरकार ने अनलॉक-2 में कंटेनमेंट जोन में केवल आवश्यक कामों की इजाजत दी है। जबकि कंटेनमेंट जोन में सरकार ने लॉकडाउन लागू रखने का फैसला किया है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन्स के अनुसार अनलॉक-2 में सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक और धार्मिक समारोह और कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके अलावा सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सार्वजनिक स्थानों, कार्यस्थलों और परिवहन के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
अब जरा पड़ोसी पाकिस्तान पर नजर डाल ली जाए। यहां कोरोना पीड़ितों को जैसे उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। उत्तर प्रदेश के बराबर आबादी वाले इस देश में सरकारी तौर उत्तर प्रदेश से तीन गुना कोरोना के मरीज हैं। छोटे शहरों औरं गांवों में कोरोना संक्रमण की क्या स्थिति है इस पर इमरान खान की सरकार ने पर्दा डाल रखा है।