न्यूयॉर्क। विमान और रॉकेट बनाने वाली अमेरिका की बोइंग एयरोस्पेस कंपनी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पिछले साल अक्टूबर और इस साल मार्च में हुई दुर्घटनाओं के कारण कंपनी ने पहले ही अपने 737 मैक्स विमानों को उड़ान से बाहर कर दिया है। अब उसके बनाए 38 पुराने विमानों के अहम हिस्से में क्रैक की बात सामने आई है। इसके चलते इन विमानों की सुरक्षा पर फिर सवाल खड़ा हो गया है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि बोइंग ने विमान बनाए हैं या “उड़न ताबूत”?
अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने बोइंग 737 एनजी विमानों की जांच के लिए दुनियाभर की एयरलाइंस को सात दिन का समय दिया था जिसकी समयसीमा गुरुवार को खत्म हो गई। इस दौरान विभिन्न एयरलाइंस ने 810 विमानों की जांच की। इसमें उन्हें एनजी के उस हिस्से की जांच करनी थी जहां से विमान के डैने (विंग्स) जुड़े होते हैं। बोइंग ने गुरुवार को कहा कि जांच में पांच प्रतिशत विमानों के इस हिस्से में क्रैक मिले। कंपनी ने हालांकि यह बताने से इन्कार कर दिया कि किन एयरलाइंस को यह खामियां मिली हैं। लेकिन, विमान की संरचना में गड़बड़ी के कारण कई एयरलाइंस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
ब्राजील की एयरलाइंस गोल ने 11 विमानों को सेवा से हटा दिया है जबकि अमेरिका की साउथवेस्ट एयरलाइंस ने अपने दो विमान सेवा से हटाए हैं। एफएए के प्रवक्ता ने कहा कि बोइंग कंपनी विमानों की मरम्मत के साथ ही जांच रिपोर्ट का विश्लेषण कर रही है। मरम्मत में करीब दो हफ्ते का समय लग सकता है। बोइंग कंपनी 737 एनजी विमानों को 737 मैक्स से बदल रही थी। इंडोनेशिया की लॉयन एयर और इथोपिया एयरलाइंस के 737 मैक्स विमानों के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण इन विमानों की सेवा बंद कर दी गई थी। इन दोनों हादसों में 346 लोगों की मौत हुई थी। भारत ने भी बोइंग 737 मैक्स के विमानों की उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था। स्पाइस जेट के पास इसके 12 जबकि जेट एयरलाइंस के पास इसके पांच विमान थे। इतना ही नहीं मार्च में भारत ने विदशों से आने वाली बोइंग 737 की उड़ानों को अपने हवाई क्षेत्र में प्रवेश ने करने देने का भी फैसला किया था।
बोइंग 737 मैक्स विमानों की डिजाइन में बदलाव को मंजूरी देने के लिए एफएए को तीखी आलोचना झेलनी पड़ रही है। द ज्वाइंट टेक्निकल रिव्यू (जेएटीआर) पैनल ने अमेरिकी नियामक पर अपने ही नियमों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है। पैनल में शामिल विशेषज्ञों के अनुसार, एफएए ने डिजाइन में हो रहे बदलाव की निगरानी के लिए विशेषज्ञों की मदद नहीं ली और पुराने र्ढे पर चलते हुए नए डिजाइन को मंजूरी दे दी। मार्च में हुए हादसे के बाद इस पैनल का गठन किया गया था।
बोइंग 737 मैक्स 8 को अमेरिकी कंपनी बोइंग ने तैयार किया है। यह इस श्रेणी का सबसे उन्नत विमान है जिसकी कीमत करीब 5.7 करोड़ डॉलर (4 अरब रुपये) है। यह विमान 210 यात्रियों के साथ एक बार में 6570 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। इस श्रेणी के विमानों को अगस्त 2011 में लॉन्च किया गया था। मई 2016 में इस विमान ने पहली बार उड़ान भरी थी।
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