नयी दिल्ली/वाशिंगटन।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर हुई बातचीत में उन्हें बताया कि अमेरिका भारत को एक ‘सच्चा दोस्त और सहयोगी’ मानता है। इस बातचीत में दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में ‘कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहने’ और रक्षा एवं सुरक्षा के लिए एकसाथ मिलकर काम करने का संकल्प लिया। इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने एक दूसरे को अपने-अपने देश आने का न्यौता भी दिया।
व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, ‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत में राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका भारत को एक सच्चा दोस्त और दुनियाभर की चुनौतियों से निपटने में एक सहयोगी मानता है।’ बयान में कहा गया, ‘राष्ट्रपति ट्रंप इस साल के अंत में प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी करने का इंतजार कर रहे हैं।’ दोनों नेताओं ने अर्थव्यवस्था और रक्षा जैसे व्यापक क्षेत्रों में अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी मजबूत करने के अवसरों पर चर्चा की। बयान में कहा गया कि इसके अलावा दोनों ने दक्षिण और मध्य एशिया क्षेत्र में सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा की। राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प लिया कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में अमेरिका और भारत कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे।
मोदी ऐसे पांचवे नेता हैं, जिनके साथ ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में 20 जनवरी को शपथ लेने के बाद बात की है। मोदी ने कहा कि वे ‘हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूत करने की खातिर एक साथ मिलकर काम करने के लिए सहमत हुए।’ प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ कल देर शाम गर्मजोशी भरी बातचीत हुई।’मोदी ने कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण भी दिया है।’आठ नवंबर को हुए आम चुनाव में जब ट्रंप ने ऐतिहासिक जीत के साथ दुनिया को हैरत में डाला था, तब मोदी उन्हें मुबारकबाद देने वाले शुरूआती वैश्विक नेताओं में शामिल थे।
अपने धुंआधार चुनाव अभियान के दौरान जिन देशों के साथ ट्रंप ने संबंध मजबूत करने की बात कही थी, उनमें इजरायली के अलावा भारत का नाम भी शामिल था। बीते 21 जनवरी को ट्रंप ने ब्रितानी प्रधानमंत्री टेरीजा मे, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरीक पेना नीतो से बात की थी। रविवार को ट्रंप ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से और कल मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से फोन पर बात की थी।
एजेंसी