नई दिल्ली।राष्ट्रीय राजधानी की छाती पर जल्द ही उपलब्धि का एक और तमगा सजने वाला है। दरअसलदिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली मेट्रो के बहुप्रतीक्षित चौथे चरण को मंजूरीदे दी है। इसके पूरा होते ही यह अपनी तरह का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा नेटवर्क होजाएगा। केवल चीन की राजधानी बीजिंग और शंघाई ही इससे आगे होंगे।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि इस परियोजनापर करीब 45,000 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। सरकार इस परियोजना के तहत निर्माण कार्य के लिए 9,707 करोड़ रुपये की अपनी हिस्सेदारी देगी।
कैबिनेट ने फेज-4 के साथ-साथ 343 नए मेट्रो कोच खरीदने की योजना को भी पास कर दिया है। एक और महत्वपूर्ण फैसले में नए फेज की तीन लाइनों के नीचे लगभग 50 किलोमीटर लंबी एलिवेटिड रोड बनाने की योजना पर भी मुहर लगा दी गई। यह एलिवेटिड रोड मेट्रो लाइन और सड़क के बीच में बनेगी।
चौथे चरण में यहां बिछेंगी नई लाइनें
– आरके आश्रम से जनकपुरी वेस्ट
– 28.92 किलोमीटर
– रिठाला-बवाना-नरेला कॉरिडोर
– 21.73 किलोमीटर
– एरोसिटी-साकेत-तुगलकाबाद कॉरिडोर
– 20.20 किमी
– इंद्रलोक-दिल्लीगेट-इंद्रप्रस्थ
कॉरिडोर – 12.58 किलोमीटर
– मुंकुदपुर-बुराड़ी-मौजपुर कॉरिडोर
– 12.54 किलोमीटर
– लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक – 7.69
किमी
दिल्ली मेट्रो ट्रेन नेटवर्क