दिसपुर (असम)। ऑल इंडिया यूनाइटेड फ्रंट (एआईयूडीएफ) विधायक अमीनुल इस्लाम को सांप्रदायिक ऑडियो क्लिप पोस्ट करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। नौगांव की अदालत ने इस्लाम को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है। अमीनुल इस्लाम ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के मरीजों के इलाज के लिए बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर और अस्पतालों की स्थिति को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था।
अमीनुल इस्लाम ने कहा था कि क्वारंटाइन सुविधाएं और अस्पतालों की स्थिति डिटेंशन सेंटर से भी खराब है। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर ये भी कहा कि निजामुद्दीन मरकज मामले में तब्लीगी जमात के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। अमीनुल की एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी जिसमें उन्हें कथित तौर पर यह कहते सुना जा सकता है कि कोरोना वायरस क्वारंटाइन सेंटर की स्थिति डिटेंशन सेंटरों से भी ज्यादा खराब और खतरनाक है। उन्होंने इसके साथ ही कथित तौर पर असम सरकार पर मुसलमानों के खिलाफ साजिश रचने का भी आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा था कि क्वारंटाइन सेंटरों का मेडिकल स्टाफ उन लोगों को परेशान कर रहा है जो दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के कार्यक्रम से लौटे हैं। ये स्टाफ स्वस्थ लोगों को भी बीमार और कोरोना वायरस से संक्रमित मानते हुए उन्हें इंजेक्शन दे रहा है।
अमीनुल असम के नगांव जिले के ढींग के विधायक हैं। उन्हें असम पुलिस ने सोमवार रात पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था और मंगलवार को सुबह आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया। अमीनुल इससे पहले भी आपत्तिजनक और सांप्रदायिक बयान दे चुके हैं।