नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में सोमवार को नियंत्रण रेखा को पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश के दौरान पाकिस्तान के तीन आतंकवादी मारे गए। रक्षा सूत्रों ने कहा, “28 मई 2020 से चल रहे एक जवाबी घुसपैठ अभियान में भारतीय सेना के सतर्क सैनिकों ने नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ करने की कोशिशों को समाप्त कर दिया।”

ये आतंकवादी भारी हथियारों से लैस थे और पाकिस्तान में प्रशिक्षित थे। सुरक्षाबल इलाके में तलाशी अभियान चला रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए भारत में घुसने की कोशिश करने वाले आतंकवादियों के बारे में खुफिया एजेंसियों द्वारा सचेत किए जाने के बाद से ही काउंटर घुसपैठ शुरू हो गई।

पाकिस्तान एलओसी के पार से आतंकियों को भेजने की कोशिश कर रहा है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, गुरेज सेक्टर के सामने स्थित पाकिस्तान पोस्ट और सरदारी पर केंद्रित अज्ञात आतंकवादियों के दो समूह घुसपैठ की योजना बना रहे थे। एजेंसियों ने यह भी बताया कि एक अन्य समूह जैश-ए-मोहम्मद के नेतृत्व वाले अज्ञात आतंकवादियों का है जो माछिल सेक्टर के विपरीत ओर केल और तेजियन में केंद्रित हैं और घुसपैठ की योजना बना रहा था।

भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा के करीब 15 लॉन्च पैड पर आतंकवादी भारत में घुसपैठ के लिए इकट्ठा हुए हैं। आशंका है कि इस गर्मी में सीमा पार से घुसपैठ के प्रयासों में वृद्धि हो सकती है ताकि वे घाटी में घटते आतंकवादी कैडरों की जाल भरपाई कर सके।

आतंकियों ने पिछले कुछ दिनों में हीरानगर और सांबा इलाके से घुसपैठ कर सांबा, कठुआ, जम्मू और नगरोटा के आर्मी कैंप और पुलिस स्टेशनों पर हमले किए हैं। ऐसे में जम्मू-पठानकोट हाईवे और बॉर्डर से सटे चेक-पॉइंट अलर्ट हैं।

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