नई दिल्ली। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक पोस्टर ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के चेहरे से झूठ का नकाब उतार दिया है। पाकिस्तान के गुजरांवाला शहर में पोस्टर चस्पा कर लश्कर-ए-तैयबा ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के उरी हमले के पीछे उसी का हाथ था। कहा गया है कि वह उन चार में से एक आतंकी का अंतिम संस्कार करेगा जो भारतीय सेना के 12वीं ब्रिगेड पर हमले में शामिल था जिसमें 20 जवान शहीद हुए थे।
गौरतलब है कि ये पोस्टर भारत के उन आरोपों के पुख्ता सबूत हैं जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों ने इस हमले को अंजाम दिया है। हालांकि पाकिस्तान सरकार अब तक इससे इनकार करती रही है।
अंग्रेजी अखबार ‘द इंडियन एक्सप्रेस‘ की खबर के मुताबिक, पोस्टरों में गुजरांवाला के रहने वाले मुहम्मद अनस को हमले का जिम्मेदार बताया गया है। अनस अबू सिराका के नाम से ऑपरेट करता था। अखबार के मुताबिक, लोगों को लश्कर की नमाज में बुलाया जाता था। लश्कर ने अबू सिराका को अपना ऐसा बहादुर लड़ाका बताया है, जिसने उरी ब्रिगेड कैम्प में 177 हिंदू जवानों को जहन्नुम में भेज दिया और खुद शहीद हो गया।
पोस्टरों में जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद की भी फोटो लगी हुई है। जमात लश्कर से ही जुड़ा आतंकवादी संगठन है। पोस्टरों में लिखा गया है, घायबाना नमाज जनाजा (अंतिम संस्कार) बिना बॉडी के बड़ा नुल्लाह में किया जाएगा। इसमें हाफिज सईद भी भाषण देगा। बड़ा नुल्लाह भी पंजाब के गुजरांवाला में ही है।
भारत ने उरी हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार बताया था। अखबार के मुताबिक जांचकर्ताओं को हमलावरों के लश्कर कमांडरों से बात करने के कुछ सुराग हाथ लगे थे। बाहर के देशों के बड़े शहरों में लश्कर की गतिविधियों की खबरें पाकिस्तान मीडिया में भी होती हैं।