अलीगढ़। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश में आयोजित चुनावी रैली में सपा अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कांग्रेस से गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा ‘यहां एक प्रकार से केसरिया सागर मेरे सामने उफान भर रहा है। जब आंधी तेज होती है तो छोटी उमर का इंसान भी उस आंधी में टिक नहीं पाता, इसलिये वह कोई सहारा ढूंढता है। इस बार भाजपा की आंधी इतनी तेज है कि यहां के मुख्यमंत्री किसी को भी पकड़ लेते हैं। वह और लोगों को पकड़ने में लगे हैं, लेकिन यह आंधी उनको ना टिकने देगी, ना बचने देगी।’ नोटबंदी के कदम का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह ऐसे-ऐसे पेंच कस रहे हैं कि विपक्षी तिलमिला उठे हैं। राजनीतिक दलों का गुस्सा अभी जितना नजर आता है, वह पहले कभी नहीं था। वे मोदी को पराजित करने के लिये एकजुट हो रहे हैं।
मोदी ने कहा, ‘वे चुनाव जीतने के लिये नहीं आये हैं, बल्कि इस डर से एकजुट हो रहे हैं कि अगर वे अलग-अलग रहे तो राज्यसभा में भी मोदी का बहुमत हो जाएगा तो वह ऐसे कानून बनाएगा कि चोर लुटेरों को जगह नहीं मिलेगी।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन मजबूत खम्भों पर विकास की मजबूत इमारत बनेगी। उनकी नजर में विकास के ‘वि’ का अर्थ विद्युत से है, ‘का’ का मतलब कानून-व्यवस्था और ‘स’ का अर्थ सड़क से है। इन तीन खम्भों पर विकास की भव्य इमारत बनायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता परिवर्तन चाहती है। भाजपा की लड़ाई नौजवानों, छोटे कारोबारियों, किसानों के न्याय के लिये है।
मोदी ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार को विकास से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गयी भर्तियों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि लखनऊ में भाजपा सरकार बनने के बाद एक एक नौजवान को न्याय दिलाने के लिये हम कानूनी प्रक्रिया अपनाएंगे। मोदी ने कहा कि नोटबंदी के जरिये उन्होंने भ्रष्टाचार पर जबरदस्त प्रहार किया है और इसमें सहयोग के लिये वह देश के 125 करोड़ हिन्दुस्तानियों के आभारी हैं। उन्होंने अलीगढ़ के विश्वविख्यात ताला उद्योग पर संकट का ठीकरा भी प्रदेश में रहीं राज्य सरकारों के सिर फोड़ते हुए कहा कि इन सरकारों के बिजली उपलब्ध ना कराने की वजह से यहां की ताला निर्माण इकाइयों पर अलीगढ़ी ताला लग गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हालात ऐसे हैं कि सूरज ढलने के बाद बहन-बेटियां घर से बाहर निकलने में असुरक्षित महसूस करती हैं। इस राज्य की माताओं-बहनों को सुरक्षा तभी मिलेगी जब राजनीति से गुंडों को बाहर निकाला जाएगा। मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में दंगे तो मानो रोज का कारोबार हो गया है। यहां मायावती और अखिलेश की सरकारें एक दूसरे से स्पर्धा करती हैं। मायावती के मुख्यमंत्रित्वकाल में तीन प्रकार के गम्भीर गुनाहों के मामले में यह प्रदेश अव्वल था। अखिलेश के राज में यह प्रदेश पांच प्रमुख गुनाहों के मामले में देश में पहले नम्बर पर पहुंच गया है।
उन्होंने आंकड़े देते हुए कहा कि प्रदेश में रोजाना औसतन 24 बलात्कार होते हैं, हर 24 घंटे में 21 बलात्कार के प्रयास होते हैं। एक दिन में 13 हत्याएं, 33 अपहरण, 19 दंगे और 136 चोरी की घटनाएं होती हैं। यह तो रिपोर्ट हुई घटनाओं का आंकड़ा है। रिपोर्ट ना होने वाली वारदात का हिसाब अलग है। किसानों के हितों की बात करते हुए मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने 36 लाख किसानों का 22 हजार करोड़ रपये बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान कराया। प्रदेश की अखिलेश सरकार यह बताए कि क्या कारण है कि उसकी चीनी मिलें किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं करतीं।
उन्होंने किसानों की उपज की सरकारी खरीद में भी अखिलेश सरकार की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार किसानों से सिर्फ तीन प्रतिशत उपज ही खरीदती है, जबकि भाजपा शासित राज्यों की सरकारें 70 प्रतिशत खरीद करती हैं। मोदी ने ‘भीम’ एप्लीकेशन जारी किये जाने पर बसपा प्रमुख मायावती की आपत्ति पर उन्हें खरी-खोटी सुनायी और कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर की याद में सबसे बड़ा काम किसी ने किया है तो वह भाजपा ही है।
भाषा