नयी दिल्ली। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और दिल्ली कांग्रेस प्रमुख शीला दीक्षित (Sheila Dikshit) ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) से पहले बड़ा बयान दिया है। शीला दीक्षित ने पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के मुकाबले नरेन्द्र मोदी को अधिक मजबूत प्रधानमंत्री बताया है। शीला दीक्षित (Sheila Dikshit) ने कहा कि आतंक के खिलाफ पूर्व पीएम मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) का रुख नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) जितना कड़ा नहीं था। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख शीला दीक्षित ने गुरुवार को स्वीकार किया कि 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों (Mumbai Terror Attack) के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ’प्रतिक्रिया’, पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm Modi) की तरह ’मजबूत और दृढ़ नहीं’ थी।
हालांकि इसके साथ ही शीला दीक्षित ने यह भी कहा है कि नरेंद्र मोदी के ज्यादातर काम राजनीति से प्रेरित होने के साथ ही राजनीतिक लाभ उठाने के लिए होते हैं। इस बयान के सामने आने के बाद शीला दीक्षित ने कहा कि अगर मेरे बयान को किसी दूसरी तरह पेश किया जा रहा है तो मैं कुछ नहीं कह सकती।
Sheila Dikshit’s admission: Manmohan Singh’s response to terror not as strong as Narendra Modi’s
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शीला दीक्षित (Sheila Dikshit) ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, ’देखिए, मैं इस बात से सहमत हूं कि मनमोहन सिंह उतने सख्त नहीं थे, जितने वह (मोदी) हैं, लेकिन मुझे लगता है कि वह ये सब राजनीति से प्रेरित होकर कर रहे हैं।’ शीला दीक्षित ने यह बात भारतीय वायुसेना द्वारा पुलवामा आतंकी हमले के बाद 26 फरवरी को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बालाकोट स्थित शिविरों पर की गई एयर स्ट्राइक के सवाल पर कही।
दिल्ली की तीन बार की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित (Sheila Dikshit) से जब इस बारे में पूछा गया था कि क्या बालाकोट हवाई हमले के बाद ’राष्ट्रीय सुरक्षा’ को लेकर लोगों का क्या मूड है? क्या इसके बाद लोग इसलिए भी नरेंद्र मोदी के की तरफ देखेंगे, क्योंकि वह एक मजबूत नेता हैं?