नई दिल्ली।केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बुधवार (19 अप्रैल) को सुप्रीम कोर्ट द्वारा बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले को लेकर भाजपा के 12 नेताओं पर आपराधिक साज़िश का मामला चलाने के आदेश पर कहा कि हमने कोई साजिश नहीं की।
उन्होंने कहा, ‘जो मन में तय करके गए थे वहीं किया। मन, वचन, कर्म सबमें एक ही चीज़ थी।’ सुप्रीम कोर्ट के आदेश से जुड़े एक सवाल के जवाब में उमा ने कहा कि अभी साजिश का केस चलना है अपराध साबित नहीं हुआ है।
इसके साथ ही उन्होंने राम मंदिर के लिए अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई। उन्होंने कहा, अयोध्या में राम मंदिर बनकर रहेगा।इसे बनाने से कोई माई का लाल नहीं रोक सकता।अयोध्या, गंगा और तिंरगे के लिए कुछ भी कर सकती हूं।’
एक अन्य सवाल के जवाब में उमा भारती ने कहा, ‘उन्हें पद का लोभ नहीं है। वह राम, गंगा और तिंरगा के लिए इंद्र का सिंहासन भी छोड़ सकती हैं।’
कांग्रेस द्वारा इस्तीफा मांगने से जुड़े एक सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में आपातकाल लगाने वाली और 1984 दंगे के पीछे रहने वाली पार्टी को इस्तीफ़ा मांगने का अधिकार नहीं है।
उमा भारती ने कहा कि वह आज (बुधवार, 19 अप्रैल) रात अयोध्या जा रही हैं।उन्होंने कहा, ‘मैं आज रात अयोध्या जा रही हूं।रामलला, रामजी को अपना गर्व और संतोष व्यक्त करूंगी कि इतना सम्मान दिया।
उमा भारती ने संवाददाताओं से कहा, ‘अयोध्या में भव्य राम मंदिर मेरा सपना है।भारत और राम मंदिर के लिए जेल जाने या फांसी के लिए भी तैयार हूं।’
उन्होंने जोर दिया कि उन्हें राम जन्मभूमि अभियान में अपनी भूमिका के लिए गर्व है और इस बात को लेकर कोई अफसोस या खेद नहीं है।
उमा ने कहा कि वह अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के मार्ग में कोई भी सजा भुगतने को तैयार हैं।