गोपेश्वर। उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल के गोपेश्वर में उच्च हिमालयीय क्षेत्र में स्थित विश्वप्रसिद्ध सिख तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकालीन अवकाश के बाद शनिवार, 1 जून 2019 से फिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
मंदिर के प्रबंधन ट्रस्ट के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने शुक्रवार को बताया कि गढ़वाल के मंडलायुक्त बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने 8000 श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को शुक्रवार को गोविंदघाट गुरुद्वारा में अखंड पाठ के बाद हेमकुंड साहिब के लिए रवाना किया।
हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा गोविंदघाट से 21 किलोमीटर दूर समुद्र तल से 15000 फीट की उंचाई पर एक झील के किनारे स्थित है। ऐसी मान्यता है कि सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी ने यहां झील के किनारे तपस्या की थी। सर्दियों में भारी बर्फवारी और भीषण ठंड की चपेट में रहने के कारण इसे श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया जाता है और जून में दोबारा खोला जाता है। इस गुरूद्वारे तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को पुलना से करीब 18 किलोमीटर की खडी चढाई वाला रास्ता तय करना पडता है। हर साल यहां देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु आते हैं।