कादर खान ने 300 से ज्यादा फिल्मों में अहम भूमिकाएं निभाने के साथ ही तकरीबन 250 फिल्मों के डायलॉग भी लिखे।
नई दिल्ली। बॉलीवुड के जीनियस (अभिनेता और डायलॉग लेखक) कहे जाने वाले कादर खान नहीं रहे। वह पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था, इसलिए उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था। कादर खान के बेटे सरफराज तथा एक करीबी रिश्तेदार अमहद खान ने बताया कि मंगलवार तड़के करीब चार बजे उन्होंने टोरंटो के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। कादर खान के परिवार में उनकी पत्नी हजरा, बेटा सरफराज, बहू और पोते-पोती हैं।
सरफराज ने हाल ही में बताया था कि प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी डिसऑर्डर के चलते उनके पिता की दिमाग से शरीर को चलाने वाली सारी हरकतों पर प्रभाव पड़ा था। उन्हें सांस से संबंधित परेशानी भी लगातार हो रही थी। खबरों की मानें तो कादर खान को सांस लेने में हो रही दिक्कत के कारण ही एडमिट किया गया था जहां परीक्षण में उनमें निमोनिया के लक्षण भी नजर आए। पिछले साल उनके घुटने की सर्जरी भी हुई थी।
300 फिल्मों में किया था अभिनय
कादर खान ने 1973 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने 300 से ज्यादा फिल्मों में अहम भूमिकाएं निभाने के साथ ही तकरीबन 250 फिल्मों के डायलॉग भी लिखे। वह 10 साल से सिल्वर स्क्रीन और ग्लैमर वर्ल्ड से दूरी बनाए हुए थे। वह कई साल से अपने बेटे और बहू के साथ कनाडा में रह रहे थे। कादर खान ने 2014 में बीमार होने के बावजूद पवित्र हज यात्रा की थी। उस दौरान उनकी कई तस्वीरें मीडिया में आई थीं।
कादर खान ने ही लिखा था अमिताभ बच्चन का ‘नसीब’
कादर खान जितने अच्छे अभिनेता थे, उतने ही बेहतरीन लेखक भी थे। उनके डायलॉग्स लोगों की जुबान पर चढ़े रहते थे। अमिताभ बच्चन के भी कई सुपरहिट किरदारों और दमदार डायलॉग्स के पीछे कादर खान ही थे। अमिताभ की सुपरहिट फिल्मों ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘लावारिस’, ‘शराबी’, ‘सत्ते पे सत्ता’, ‘नसीब’, ‘मुकद्दर का सिकंदर’ आदि के डायलॉग्स कादर खान ने ही लिखे थे।