लंदन। एक अमेरिकी हैकर ने लंदन में प्रेस कॉन्फ्रेन्स करके दावा किया है कि भारत में ईवीएम हैक हो सकती हैं। इसने दावा किया है कि बीजेपी के साथ ही एसपी, बीएसपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस भी ईवीएम के जरिये धांधली में शामिल है। दावा किया कि 2014 के लोकसभा चुनाव में उसने बीजेपी के लिए भी हैकिंग की थी। साथ यदि हैकिंग नहीं होती तो 2015 दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी नहीं जीत सकती थी।
कथित अमेरिकी हैकर सैयद शुजा ने दावा किया, ‘‘दिल्ली में 2015 के विधानसभा चुनाव में हम ट्रांसमिशन को टैप करने में सफल रहे जिससे आप 70 में से 67 सीटों पर जीत गई। अन्यथा बीजेपी की जीत होती।’’ साथ ही इस हैकर ने कहा कि इवीएम हैकिंग दिखाने के लिए आम आदमी पार्टी ने उससे संपर्क किया था। हैकिंग के दावों पर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आप यह प्रदर्शित करने के लिए ‘कई लोगों’ के संपर्क में थी कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है लेकिन शुजा उनमें नहीं था।
ट्रांसमीटर के जरिए हैक हो सकती है EVM : हैकर
हैकर ने दावा किया है कि ट्रांसमीटर के जरिये ईवीएम की हैकिंग हो सकती है। हैकर ने कहा कि 14 लोगों की उसकी टीम है। उसका दावा है कि उस पर हमले भी हो चुके हैं, जिसके चलते उसने अमेरिका में शरण ली है। हैकर के इस खुलासे पर सवाल उठे हैं। खास बात ये है कि लंदन में हैकर के उस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पार्टी के नेता कपिल सिब्बल भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम का आयोजन लंदन में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने किया था।
EVM हैकिंग का दावा गलत : चुनाव आयोग
हैकर के इस खुलासे पर चुनाव आयोग ने कहा है कि ईवीएम हैकिंग का दावा गलत है। चुनाव आयोग चुनाव में जिन ईवीएम का इस्तेमाल करता है, वह पूरी तरह से सुरक्षित हैं। मशीन तकनीकी विशेषज्ञों की निगरानी में ही तैयार होती हैं। लंदन में हैकिंग को लेकर आयोजित कार्यक्रम को चुनाव आयोग ने प्रायोजित करार दिया है।
चुनाव आयोग ने यह भी कहा है, ’भारत में इस्तेमाल की जाने वाली ईवीएम भारत इलेक्ट्रॉनिक ऐंड कॉर्पोरेशल ऑफ इंडिया लिमिटेड की तरफ से बेहद कड़े सुपरविजन में बनाई जाती हैं। साल 2010 में गठित तकनीकी विशेषज्ञों की एक कमिटी की देखरेख में यह पूरा काम होता है। हम इस बात पर भी अलग से विचार करेंगे कि क्या इस मामले पर कोई कानूनी मदद ली जा सकती है?’’
EVM को लेकर दुष्प्रचार कर रही है कांग्रेस : नकवी
हैकर के इस खुलासे के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ’’ईवीएम कभी हैक नहीं हो सकती। ईवीएम को लेकर कांग्रेस दुष्प्रचार कर रही है। हार पर हैकिंग को लेकर हॉरर शो बनाया जा रहा है।’’ मुख्तार अब्बास नकवी ने कार्यक्रम में कपिल सिब्बल की मौजूदगी को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं।
विपक्षी पार्टियां करती रही हैं EVM की हैंकिग का दावा
बता दें कि बीते दो तीन साल से ईवीएम की हैकिंग का मुद्दा सियासी गलियारों में काफी जोरशोर से उठता रहा है और विपक्षी पार्टियां ईवीएम की हैंकिग का दावा करती रही हैं। उनकी मांग रही है कि ईवीएम की बजाए बैलेट-बॉक्स के जरिए चुनाव कराए जाएं। खास बात ये है कि पहली बार ईवीएम की हैकिंग का मुद्दा साल 2009 में बीजेपी ने उठाया था, जब बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने 2009 में अपनी पार्टी की हार के पीछे ईवीएम की हैकिंग का शक जाहिर किया था।