इटावा। समाजवादी पार्टी (सपा) में छिड़े संग्राम के चलते सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के गृह जनपद में आयोजित होने वाला सैफई महोत्सव इस बार रद्द हो गया है। सपा सरकार में रही हो या फिर सत्ता से बाहर हो, हर साल सैफई महोत्सव का आयोजन भव्य तरीके से होता आया है। लेकिन इस बार सरकार में होते हुए भी सैफई महोत्सव रद्द हो गया है।
मुलायम के गांव में आयोजित किया जाने वाला सैफई महोत्सव समाजवादी पार्टी के राजनीतिक और सामाजिक प्रभुत्व का प्रतीक था। इस महोत्सव के जरिए मुलायम की राजनीतिक पकड़ और उनकी हैसियत दिखती थी। देश में शायद ही कोई ऐसा नेता हो जिसके गांव में इस तरह का आयोजन किया जाता हो जहां देश के बड़े-बड़े उद्योगपति, राजनीतिज्ञ और सिने जगत के नायक और महानायक अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हों।
सैफई महोत्सव का आयोजन अमूमन हर साल 26 दिसंबर से 12 जनवरी के बीच होता रहा है। लेकिन, इस बीच इस साल सपा अंदरूनी कलह छिड़ी हुई है। पिछले साल आयोजित सैफई महोत्सव के उदघाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नहीं पहुंचे थे। तब भी परिवार के बीच अंतर्कलह चल रही थी।