लखनऊ। (Trust formed to build mosque in Ayodhya) अयोध्या में 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियों के बीच उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने अयोध्या में आवंटित की गई जमीन पर मस्जिद निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन कर दिया है। सुन्नी बोर्ड खुद इसका संस्थापक ट्रस्टी होगा। इस नए ट्रस्ट का गठन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बुधवार को किया गया। सुन्नी बोर्ड के अध्यक्ष जुफर अहमद फारुकी ने बताया कि इस ट्रस्ट का नाम “इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन” रखा गया है और यह धन्नीपुर गांव में आवंटित की गई 5 एकड़ जमीन पर मस्जिद, इंडो इस्लामिक रिसर्च सेंटर, लाइब्रेरी और अस्पताल का निर्माण करेगा।
फारुकी ने बताया इस ट्रस्ट में कुल 9 सदस्य हैं। बोर्ड खुद इसका संस्थापक ट्रस्टी होगा और बोर्ड के मुख्य अधिशासी अधिकारी इसके पदेन प्रतिनिधि होंगे। इसके अलावा वह खुद इस ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी और अध्यक्ष होंगे।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 9 नवंबर को राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। शीर्ष अदालत ने विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण करने का आदेश देने के साथ ही मुसलमानों को मस्जिद के निर्माण के लिए अयोध्या में किसी प्रमुख स्थान पर 5 एकड़ जमीन देने का आदेश भी दिया था।
इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या की सोहावल तहसील स्थित धन्नीपुर गांव में 5 एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी थी। बोर्ड ने उस जमीन पर मस्जिद के साथ-साथ इंडो इस्लामिक रिसर्च सेंटर, अस्पताल और पुस्तकालय बनाने का ऐलान किया था। यह तमाम निर्माण कैसे होगा, इस बारे में फैसला लेने के लिए इस ट्रस्ट का गठन किया जाना था, जो बुधवार को कर दिया गया।