नई दिल्ली। भारतीय सेना के तीन जांबाजों- हवलदार आलोक कुमार दुबे, मेजर अनिल उर्स और लेफ्टिनेंट कर्नल कृष्ण सिंह रावत को जम्मू-कश्मीर में विभिन्न अभियानों में वीरता के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। भारतीय सेना की ओर से शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।
हवलदार आलोक दुबे की बहादुरी की कहानी बताते हुए भारतीय सेना ने कहा कि 22 जून 2019 को उन्होंने कई लोगों को बचाया था। 22 जून को जब खबर मिली कि आंतकियों ने जम्मू-कश्मीर के एक गांव के पास जंगलों में घुसपैठ की है। हवलदार आलोक दुबे को वहां पर जिम्मेदारी सौंपी गई थी। वो वहां जाकर आतंकियों की घेराबंदी की थी।
सुबह के पांच बजकर 40 मिनट हवलदार आलोक की नजर किसी संदिग्ध पर पड़ी और आगे थोड़ा घनी बस्ती में आवाजाही की आवाजें सुनाई दी। पांच मिनट बाद हवलदार आलोक ने आतंकवादियों के एक संगठन को देखा जो कि सुरक्षाघेरा को तोड़ने की कोशिश कर रहा था। वहां पर बहुत घना जंगल होने के कारण दूर तक नहीं दिख रहा था। आतंकियों ने इसका लाभ उठाया और सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड से हमला किया और अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। हवलदार आलोक ने साहस दिखाते हुए आगे बढ़े आतंकियों को चारों तरफ से घेर लिया और एक आतंकी को मार गिराया था।