नई दिल्ली। भारत में कोरेना वैक्सीनेशन की तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है।दो जनवरी को टीकाकरण का फाइनल रिहर्सल (Final dry run) किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में इसका फैसला किया गया।
गौरतलब है कि असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में कोविड-19 टीकाकरण (वैक्सीनेशन) के लिए दो दिन का ड्राई रन पिछले दिनों सफलता के साथ पूरा किया गया था। आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले, गुजरात में राजकोट और गांधीनगर जिलों, पंजाब में लुधियाना और शहीद भगत सिंह नगर तथा असम के सोनितपुर और नलबाड़ी जिलों में 28 और 29 दिसंबर को दो दिवसीय ऐंड-टु-ऐंड ड्राई रन चलाया गया था।
क्या होता है ड्राई रन?
वैक्सीनेशन का काम बिना किसी बाधा के पूरा किया जा सके इसके लिए ड्राई रन में उस प्रक्रिया की प्रैक्टिस की जाती है। इसमें वैक्सीनेशन प्रक्रिया के विभिन्न कामों के लिए टीमों का गठन, डमी लाभार्थी का डेटा अपलोड करना, सेशन साइट बनाना, वैक्सीन आवंटन, टीकाकारों और लाभार्थियों को टीकाकरण की जानकारी प्रदान करना आदि शामिल रहता है। ड्राई रन में कुछ चुने गए लाभार्थियों को शामिल किया जाता लेकिन उन्हें वास्तविक टीका (वैक्सीन) नहीं बल्कि, डमी टीका दिया जाता।
कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत दूसरे नंबर पर
भारत कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों के मामले में दूसरे नंबर पर है। यहां कोरोना के एक करोड़ से ज्यादा पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं जबकि करीब 1.48 लाख लोगों ने कोरोना की वजह से अपनी जान गंवाई हैं। हालांकि अच्छी बात यह है कि 98 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से मुक्त हो चुके हैं। वहीं, रोजाना आने वाले कोरोना के नए मामलों में भी भारी गिरावट देखने को मिल रही है।