नई दिल्ली। राज्यसभा सदस्य व सदन में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल पूरा होने पर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए। उन्होंने गुलाम नबी आजाद से अपनी दोस्ती का जिक्र किया। कश्मीर में हुई एक आतंकी घटना का जिक्र करते हुए मोदी कई बार रुके, रोए और आंसू पोंछे, फिर थरथराते शब्दों में कहा- आजाद उस वक्त इस तरह से फिक्रमंद थे, जैसे कोई अपने परिवार के लिए होता है।
मोदी ने कश्मीर में हुए एक आतंकवादी हमले का जिक्र किया जिसमें गुजरात को लोग मारे गए थे। मोदी बोले, “इस आतंकी हमले के बाद सबसे पहले मेरे पास गुलाम नबी जी का फोन आया। ये फोन सिर्फ सूचना देने के लिए नहीं था। उनके आंसू रुक नहीं रहे थे फोन पर। उस समय प्रणब मुखर्जी जी रक्षा मंत्री थे, मैंने उन्हें फोन किया कि अगर फोर्स का हवाई जहाज मिल जाए शव लाने के लिए। उन्होंने कहा कि मैं व्यवस्था करता हूं। रात में फिर गुलाम नबी जी का फोन आया। उस रात को उन्होंने फोन किया और जैसे अपने परिवार के सदस्य की चिंता की जाती है, वैसी चिंता उन्होंने की।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “एक बार मैं और गुलाम नबी जी लॉबी में बातचीत कर रहे थे। पत्रकार ये देख रहे थे। जैसे ही बाहर आए, उन्होंने घेर लिया। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमारे बीच वाद-विवाद होता है लेकिन ये परिवार है और हम अपना सुखदुख बांटते हैं। गुलाम नबी जी ने बंगले में जो बगीचा बनाया है, वह कश्मीर की घाटी की याद दिला दे। ये उसे समय देते हैं और नई-नई चीजें जोड़ते हैं। उन्होंने अपनी सरकारी आवास को भी इतने प्यार से संभाला है। हमारी निकटता रही है। शायद ही ऐसी कोई घटना मिल सकती है, जब हमारे बीच संपर्क सेतु न रहा हो।”
“कांग्रेस को नहीं मिलेगा गुलाम नबी आजाद जैसा नेता”
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की तारीफ करते हुए कहा, “मुझे चिंता इस बात की है कि गुलाम नबी जी के बाद इस पद को जो संभालेंगे, उनको गुलाम नबी जी से मैच करने में बहुत दिक्कत पड़ेगी क्योंकि गुलाम नबी जी अपने दल की चिंता करते थे लेकिन देश की और सदन की भी उतनी ही चिंता करते थे।”
गुलाम नबी आजाद को पीएम मोदी का सैल्यूट
प्रधानमंत्रीमोदी ने गुलाम नबी आजाद को संसद और देश के लिए किए गए योगदान की खातिर सैल्यूट किया। सभी सदस्यों ने मेजें थपथपाकर उनका साथ दिया।