चेन्नई। भारत ने यहां खेले गए श्रृंखला के दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 317 रन से हरा दिया। यह रन के लिहाज से टीम इंडिया की इंग्लैंड पर सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले भारत ने उसको 1986 में लीड्स में 279 रन से हराया था। अक्षर पटेल ने दूसरी पारी में 5 विकेट लिये। वह डेब्यू टेस्ट में ऐसा करने वाले देश के छठे गेंदबाज बने। इस जीत के साथ सीरीज 1-1 की बराबरी पर आ गई है। अगला टेस्ट 24 फरवरी से अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में खेला जाएगा।
भारत और इंग्लैंड के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला गया। 482 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में महज 164 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। मंगलवार को चौथे दिन इंग्लैंड ने 3 विकेट पर 53 रन से आगे खेलना शुरू किया। अश्विन और कुलदीप ने इंग्लिश टीम को 2-2 और अक्षर ने 3 झटके दिए। भारत ने पहली पारी में 329 रन और इंग्लैंड ने पहली पारी में 134 रन बनाए थे। टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 286 रन बनाए।
दूसरी पारी में इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ओपनर डॉम सिबली 3 रन और नाइट वॉचमैन जैक लीच बिना खाता खोले आउट हुए। इन दोनों को अक्षर पटेल ने आउट किया। रॉरी बर्न्स को 25 रन पर अश्विन ने विराट कोहली के हाथों कैच आउट कराया। चौथे दिन अश्विन ने अपनी पहली ही बॉल पर डेनियल लॉरेंस को आउट किया। वे 26 रन बनाकर आउट हुए। ऐसा माना जा रहा था कि स्टोक्स अपने कप्तान के साथ मिलकर पारी को संभालेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
स्टोक्स 8 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें अश्विन ने कोहली के हाथों कैच कराया। वहीं, पोप 12 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें अक्षर ने इशांत शर्मा के हाथों कैच कराया। अब तक दूसरी पारी में अक्षर 5 और अश्विन 3 विकेट ले चुके हैं। वहीं, कुलदीप को 1 विकेट मिला। कप्तान जो रूट 33 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें अक्षर पटेल ने अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया। लंच से ठीक पहले बेन फोक्स 2 रन बनाकर आउट हुए। कुलदीप यादव ने उन्हें अक्षर के हाथों कैच कराया। वहीं, स्टोन शून्य पर आउट हुए।
भारत की दूसरी पारी
दूसरी पारी में टीम इंडिया की शुरुआत खराब रही। शुभमन गिल 14 रन रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद टीम ने सिर्फ 11 रन बनाने में 3 और विकेट गंवा दिए। पुजारा (7) रनआउट हो गए। रोहित शर्मा 26 रन और ऋषभ पंत 8 रन बनाकर आउट हुए। अजिंक्य रहाणे भी 10 रन बनाकर आउट हुए। भारत ने एक समय 106 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे।
इसके बाद कप्तान कोहली और अश्विन ने पारी को संभाला और 7वें विकेट के लिए 177 बॉल पर 96 रन की पार्टनरशिप की। भारत के लिए अश्विन ने सबसे ज्यादा 106 और कोहली ने 62 रन की पारी खेली। इंग्लिश स्पिनर मोइन अली और लीच ने 4-4 विकेट लिए। वहीं, ऑली स्टोन को 1 विकेट मिला।
इंग्लैंड की पहली पारी
इंग्लैंड पहली पारी में 134 रन बनाकर सिमट गई। इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही और 52 रन के कुल स्कोर तक आधी टीम पवेलियन लौट गई थी। बर्न्स (0), सिबली (16), लॉरेंस (9), रूट (6) और स्टोक्स (18) कुछ खास नहीं कर सके। ऑली पोप ने बेन फोक्स के साथ मिलकर पारी संभालने की कोशिश की।
हालांकि, 22 के निजी स्कोर पर सिराज ने पोप को आउट किया। इसके बाद मोइन (6), स्टोन (1), लीच (5) भी जल्दी आउट हो गए। अश्विन ने ब्रॉड का विकेट लेकर इंग्लैंड की पहली पारी को समेट दिया। फोक्स 42 रन बनाकर नॉटआउट रहे। भारत की ओर से अश्विन ने सबसे ज्यादा 5 विकेट लिए। वहीं, अक्षर-इशांत ने 2-2 और सिराज को 1 विकेट मिला।
भारत की पहली पारी
टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया। ओपनर रोहित शर्मा ने सबसे ज्यादा 161 रन बनाए। जबकि, रहाणे 67 और पंत 58 रन बनाकर आउट हुए। भारत के 6 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके।
इनमें शुभमन गिल (0), कोहली (0), अक्षर पटेल (5), इशांत शर्मा (0), कुलदीप यादव (0) और मोहम्मद सिराज (4) शामिल हैं। पहली पारी में पुजारा ने 21 और अश्विन ने 13 रन बनाए। इंग्लैंड की ओर से पहली पारी में मोइन ने सबसे ज्यादा 4, ऑली स्टोन ने 3, लीच ने 2 और रूट ने 1 विकेट लिया।
आंकड़े बता रहे इतना बड़ा टारगेट चेज करना मुश्किल
- टेस्ट में सबसे बड़ा टारगेट चेज करने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम है। उसने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2003 में 418 रन का टारगेट चेज किया था।
- भारतीय जमीन पर अब तक सबसे बड़ा 387 रन का टारगेट भारत ने ही दिसंबर 2008 में चेज किया था। तब भारत ने इंग्लैंड को चेन्नई के ही मैदान पर टेस्ट में 6 विकेट से हराया था।
- विदेशी टीम की बात करें तो सिर्फ वेस्टइंडीज ने ही भारत में सबसे बड़ा 276 रन का टारगेट चेज किया था। उसने 1987 के दिल्ली टेस्ट में भारत को 5 विकेट से हराया था। अब तक कोई विदेशी टीम भारत में इससे बड़ा टारगेट चेज नहीं कर सकी।
- एशिया में अब तक टेस्ट की चौथी पारी में 413 रन सबसे बड़ा स्कोर रहा है। यह बांग्लादेश ने श्रीलंका के खिलाफ दिसंबर 2008 में बनाया था। तब मीरपुर में खेले गए उस टेस्ट में 521 रन के टारगेट का पीछा करते हुए बांग्लादेश ने 107 रन से मैच गंवा दिया था।