सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में रविवार को सुबह गोबर फेंकने को लेकर हुए विवाद में पडोसी ने दैनिक जागरण के पत्रकार आशीष कुमार और उनके छोटे भाई की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद हत्यारोपित बेटे के साथ भाग निकला।
दोहरे हत्याकांड से क्षुब्ध लोगों ने आरोपितों के घर की ओर कूच करना शुरू किया तो पुलिस ने लाठियां फटकार कर खदेड़ा और घर को सील कर दिया। डीआइजी उपेंद्र अग्रवाल, एसएसपी दिनेश कुमार समेत तमाम आला आधिकारी मौके पर पहुंच गए। शासन ने पांच-पांच लाख मुआवजे और आवास की घोषणा की है। हत्यारोपितों की गिरफतारी के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं। हत्यारोपित परिवार की दो महिलाओं को हिरासत में लिया गया है।
कोतवाली नगर क्षेत्र के मोहल्ला माधव नगर में दैनिक जागरण सहारनपुर के पत्रकार आशीष कुमार अपने परिवार के साथ रहते थे। दोनों घरों में गाय हैं। रविवार सुबह बारिश के कारण गोबर फैल गया। बताया जाता है कि पड़ोसी महिपाल सैनी ने गोबर फेंकने का आरोप लगाते हुए आशीष की मां के साथ अभद्रता करते हुए गाली गलौज कर दी। बाहर आए आशीष के भाई अशुतोष ने विरोध जताया तो महिपाल ने उसके सिर पर डंडा मार दिया। शोर मचने पर आशीष पहुंचा और विरोध जताया तो महिपाल ने उसके सिर पर भी डंडा मारकर लहूलुहान कर दिया। चीख पुकार मचने पर आशीष के मामा राजेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे और दोनों भाइयों को अंदर ले गए।
इसी बीच महिपाल तमंचा लेकर आशीष के घर पहुंच गया और तमंचे से गोली चला दी जो आशुतोष को लगी और उसकी मौत हो गई। इसके बाद सटाकर आशीष को गोली मार दी। आशीष ने भी मौके पर ही दम तोड़ दिया। इसके बाद हत्यारोपित अपने बेटे गौरव के साथ तमंचा लहराते हुए भाग निकला। गिरने से आशीष की मां भी घायल हो गई। दो भाइयों की हत्या से सनसनी फैल गई। एसएसपी समेत तमाम पुलिस आधिकारी मौक पर पहुचे और घटना की जानकारी ली।
इसी बीच सैकड़ों लोग हत्यारोपित के घर की ओर आग लगाने के उददेशय से बढ़े तो पुलिस ने सड़क पर लाठियां फटकार कर लोगों को खदेड़ दिया और महिपाल के घर को सील कर दिया। आशीष की पत्नी 6 माह की गर्भवती है। दो साल पहले आशीष के पिता की बीमारी से मौत हो चुकी है। एसएसपी का कहना है कि हत्यारोपितों को जल्द गिरफतार किया जाएगा। कई टीमें गठित की गई थीं। शासन ने मारे गए भाइयों के परिवार को पांच-पांच लाख मुआवजा व आवास देने की घोषणा की है। डीएम आलोक पांडेय ने इसकी पुष्टि की है। आशीष के मामा राजेंद्र कुमार ने छह महिपाल समेत छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
इस डबल मर्डर से पूरे सहारनपुर में सनसनी फैल गई है। आशीष अकेला ही अपने घर को संभाले हुए थे। परिवार के सभी लोग आशीष पर निर्भर थे। पिता की मृत्यु कैंसर से हो चुकी है। छोटा भाई भी आज की फायरिंग में मारा गया। आशीष की पत्नी छह महीने की गर्भवती है जबकि छह वर्ष पहले उसके पिता की कैंसर से मौत हो चुकी है। इनके परिवार में उसकी बूढ़ी दादी मां गर्भवती पत्नी बची है।
हिरासत में हत्यारोपित परिवार की दो महिला
पुलिस ने हत्यारोपित परिवार की दो महिलाओं को हिरासत में लिया है। हत्या के आरोपित फरार हैं, जबकि आक्रोशित भीड़ उनके घर को निशाना बनाने के प्रयास में हैं। मौके पर तीन थाना की फोर्स को तैनात किया गया है।आशीष व आशुतोष पर हमला करने वाले महिपाल सैनी तथा बेटा गौरव सैनी मूल रूप से शामली के कस्बा झिंझाना के रहने वाले है।हत्यारों के पूरा परिवार घर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने परिवार की दो महिलाओं को हिरासत में ले लिया है।
लोग काफी आक्रोशित
भाइयों की हत्या के लोग काफी आक्रोशित हैं। यह लोग घटनास्थल पर हंगामा कर रहे हैं। इनको रोकने के लिए भारी फोर्स तैनात हैं। एसपी सिटी ने भीड़ को चेतावनी दी हैं। पुलिस ने इस भीड़ तो किसी प्रकार से रोका है। वहां मौजूद लोगों की मांग है कि हत्या में आरोपित को उनके हवाले किया जाए। एसपी सिटी ने सभी से सरकारी कार्य में बाधा नहीं डालने का काफी आग्रह किया है। उधर मृतक की माता जी की हालत बिगड़ गई है। उनको घर पर ही इलाज दिया जा रहा है।
अवैध शराब से भी जुड़ा है हत्यारोपित महिपाल
मोहल्लेवालों ने बताया कि हत्यारोपित महिपाल और उसका बेटा अवैध शराब के धंधे से भी जुड़ा हुआ है। कुछ माह पूर्व आशीष ने इसकी शिकायत भी की थी। मोहल्ले वालों ने बताया कि अक्सर महिपाल कहता फिरता था कि वह किसी को भी गोली मार सकता है। महिपाल सैनी मूल रूप से शामली के कस्बा झिंझाना का रहने वाला है। दो साल से परिवार के साथ यहां रह रहा है। पुलिस की एक टीम झिंझाना भी भेजी गई है। एसएसपी का कहना है कि महिपाल का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लिया मामला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले का संज्ञान लिया। सहारनपुर में दैनिक जागरण के पत्रकार और उनके भाई की गोली मारकर हत्या के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने एसएसपी सहारनपुर को कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही मृतकों के परिवारीजन को पांच-पांच लाख रुपया की सहायता राशि तथा एक मकान देने की घोषणा की।