ऊना (हिमाचल प्रदेश) : हिमाचल प्रदेश के ऊना शहर के पास मंगलवार सुबह एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका होने के बाद आग लगने से 6 महिलाएं जिंदा जल गईं। टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र के बाथड़ी में सुबह करीब 10:15 बजे हुए हादसे में 18 महिलाओं समेत कुल 20 मजदूर आग की चपेट में आ गये, जिनमें से 6 महिलाओं की जिंदा जलने से मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल 10 महिलाओं को चंड़ीगढ़ रेफर कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में हुए फैक्ट्री हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारीजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुप. दिए जाएंगे।
हादसे में झुलसे लोगों की पहचान नरासरा पुत्री नूरा संतोखगढ़ ऊना, लसरत पत्नी अली हुसैन संतोखगढ़ ऊना, हसगिरी पत्नी नूरा संतोखगढ़ ऊना, जूशी पुत्र चंद्रपाल हरोली ऊना, नसरीन पत्नी सलीम संतोखगढ़ ऊना, शकीला पत्नी नवी हुसैन संतोखगढ़ ऊना, इसरत पत्नी मोहम्मद मोबिन संतोखगढ़ ऊना, अशमा पत्नी मालू संतोखगढ़ ऊना, नतिशा अब्दुल जावेद संतोखगढ़ ऊना, मुस्कान पुत्री छोटे सलीम संतोखगढ़ ऊना, जाफरी पत्नी नूर मोहम्मद संतोखगढ़ ऊना, फारा पुत्री सागीर संतोखगढ़ ऊना तथा जशेल पुत्र बरठी होली के तौर पर हुई है।
धर्म कांटे की आड़ में चल रही थी फैक्टर
स्थानीय पंचायत की प्रधान सुरेखा राणा ने बताया यह फैक्टरी पूरी तरह से अवैध थी। पंचायत की एनओसी के बिना इसका संचालन किया जा रहा था। फैक्टरी में पानी का कनेक्शन भी नहीं लिया गया था।
टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र में पहले धर्म कांटा बनाने का काम चल रहा था। बीते करीब 7-8 महीने से इस जगह पर अवैध रूप से पटाखे बनाने का काम चल रहा था। इस दौरान सुरक्षा मानकों का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा था। मंगलवार सुबह हुए हादसे के समय 25 से ज्यादा कर्मचारी फैक्टरी में काम कर रहे थे। अचानक धमाके के बाद आग लगने पर कुछ लोग तो बाहर निकलने में कामयाब रहे, लेकिन 20 लोग आग की चपेट में आ गए। इनमें से छह महिलाएं तेजी से फैली आग में बुरी तरह घिर गई और वे सभी जिंदा ही पूरी तरह जल गईं।
आग पर काबू पा लिया गया है और आग से झुलसे लोगों को अस्पताल पहुंचा दिया गया है। प्रशासन व स्थानीय लोग भी घायलों की मदद को आगे आए व तुरंत अस्पताल पहुंचाया। गंभीर रूप से घायल कुछ लोगों को पीजीआइ चंडीगढ़ भेजा गया है।