नई दिल्ली। त्योहारों के दौरान सोने की ऊंची कीमतों की वजह से बिक्री में गिरावट की आशंका से सहमे कारोबारियों के साथ ही ग्राहकों को भी पीली धातु में नरमी से राहत मिली है। सोना पिछले एक हफ्ते में करीब दो हजार रुपये प्रति तोला नीचे आ चुका है। दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना 74 रुपये टूटकर 38,775 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार चांदी में भी मामूली 10 रुपये की गिरावट आई और यह 48,590 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई।

सोने का दाम पांच सितंबर को 40470 रुपये प्रति दस ग्राम था जबकि 12 सितंबर को 38775 रुपये प्रति दस ग्राम पर रहा। हालांकि अभी भी यह पिछले साल सितंबर 2018 के भाव से 30-31 हजार रुपये से करीब आठ हजार रुपये ज्यादा है। एंजेल ब्रोकिंग के रिसर्च, कमोडिटी और करेंसी मामलों के उपाध्यक्ष अनुज गुप्ता का कहना है कि सोने का वायदा और स्टैंडर्ड भाव में काफी अंतर था और इस कारण यह गिरावट देखने को मिली है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक वार्ता दोबारा शुरू होने की उम्मीद भी एक वजह हो सकती है। 
हालांकि उन्होंने कहा कि अक्तूबर में दीपावली या दिसंबर तक मांग बढ़ने के साथ सोना दोबारा 40 हजार रुपये तक पहुंच सकता है। गुप्ता के मुताबिक, “दुनिया भर में केंद्रीय बैंक अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए ब्याज दरें घटा रहे हैं, जिससे सोने को और मजबूती मिल सकती है। वहीं ट्रंप के अनिश्चित रुख से अमेरिकी चुनाव तक व्यापार वार्ता सफल होने की गुंजाइश कम है। ऐसे में सोना फिर तेजी पकड़ सकता है।”

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार शुक्रवार को चांदी की चमक मामूली हल्की पड़ी और यह 10 रुपये की गिरावट के 48,590 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा कि सोने के खरीदार त्योहारी और शाही ब्याज के सीजन की मांग से पहले इसकी कीमतों में कुछ करेक्शन का इंतजार कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में न्यूयॉर्क में सोना बढ़त के साथ 1,490 डॉलर प्रति औंस तथा चांदी भी लाभ के साथ 18.10 डॉलर प्रति औंस पर चल रही थी।

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