नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते समय पूरे रौ में थे। लोकसभा में उनके संबोधन के 35वें मिनट में राहुल गांधी का जिक्र आया। प्रधानमंत्री ने बिना राहुल का नाम लिये कहा, “मेरे बारे में कहा गया है कि छह महीने में मुझे डंडा मारा जाएगा। मैंने भी ठान ली है। छह महीने का समय मिला है तो मैं भी सूर्य नमस्कार की संख्या बढ़ा दूंगा। तब डंडों का मेरी पीठ पर कोई असर ही नहीं होगा।”
प्रधानमंत्री मोदी के चुटकी लेते ही सदन में शोरगुल शुरू हो गया। राहुल गांधी ने कुछ बोलने की कोशिश की, साथ ही वह प्रधानमंत्री की तरफ इशारा कर कुछ सफाई देने की कोशिश कर रहे थे सदन के शोरगुल की वजह से उसे सुना नहीं जा सका। इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी ने तपाक से कहा, “माननीय अध्यक्ष जी मैं 30-40 मिनट से बोल रहा था लेकिन करंट वहां पहुंचते -पहुंचते इतनी देर लगी। इनका ऐसा ही होता है। …कुछ ट्यूबलाइटें इसी तरह चलती हैं।” गौरतलब है कि राहुल गांधी ने बुधवार को एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया था।
दरअसल, “प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि छह महीने के भीतर मुझे डंडे से पीटा जाएगा। जाहिर है कि ये एक मुश्किल बात है। हालांकि इससे निपटने की तैयारी के लिए छह महीने का समय चाहिए। इस लिहाज से मुझे छह महीने का समय चाहिए।”
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की शुरुआत ही ठहाकों और हंगामे से हुई। वह महात्मा गांधी का जिक्र कर रहे थे। इसी दौरान विपक्ष के कुछ सदस्यों ने टीका-टिप्पणी की। इस पर मोदी ने कहा, “हां आपके लिए गांधी ट्रेलर हैं, हमारे लिए तो जिंदगी हैं।”
राहुल गांधी ने जो कहा थाः
दरअसल, राहुल गांधी ने
बुधवार को दिल्ली के हौजकाजी में एक चुनावी रैली को संबोधित किया था। इसी दौरान उनकी
जुबान ऐसी फिसली कि आपत्तिनजक टिप्पणी कर बैठे। रोजगार के मुद्दे पर केंद्र सरकार
को घेरने की कोशिश करते हुए राहुल गांधी अपनी मर्यादा भूल बैठे और कहा, “ये जो नरेंद्र मोदी भाषण दे रहा है, 6 महीने बाद ये घर से बाहर नहीं निकल पाएगा।
हिंदुस्तान के युवा इसको ऐसा डंडा मारेंगे, इसको समझा देंगे
कि हिंदुस्तान के युवा को रोजगार दिए बिना ये देश आगे नहीं बढ़ सकता।”