SEXनई दिल्ली, 13 अप्रैल। अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए यौन संबंध के दौरान लोग कंडोम का इस्तेमाल करते हैं। कंडोम के इस्तेमाल को सेफ सेक्स भी कहा जाता है। क्योंकि इसके इस्तेमाल से संक्रामक रोग होने की संभावना भी कम हो जाती है। कंडोम निश्चित ही फायदेमंद होता है और यह यौन संचारित रोग और अनचाहे गर्भधारण के खतरों से बचाने में मदद करता है।

हालांकि बहुत से लोगों को इसके सही उपयोग के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है। कंडोम अनचाहे गर्भ को रोकने में मददगार तो है ही लेकिन यदि आप इसका ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो कुछ बड़े नुकसान भी हो सकते हैं। इसका ज्यादा इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। कंडोम के कुछ साइड इफेक्ट भी होते हैं। इसके ज्यादा इस्तेमाल से महिलाओं में ओबेरियन कैंसर और बांझपन की समस्या हो सकती है।

गौर हो कि अधिकांश कंडोम लेटेक्स के बने होते हैं। ये एक तरल पदार्थ है, जो रबर के पेड़ से प्राप्त होता है। दी अमेरिकन अकैडमी ऑफ़ एलर्जी अस्थमा एंड म्यूनोलॉजी के अनुसार, कुछ लोगों में रबर में प्रोटीन होने की वजह से एलर्जी के लक्षण देखे गए हैं। ऐसे में सिंथेटिक कंडोम का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।

ajmera institute of media studies, bareillyकंडोम से एचआईवी और यौन संक्रामक रोगों के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है, लेकिन इससे यौन संचारित रोगों का खतरा रहता है। क्योंकि ये बाहरी स्किन को सुरक्षित नहीं रख पाता है, जिससे खुजली और इन्फेक्शन का खतरा रहता है।

कंडोम के सही इस्तेमाल से 98 फीसदी सुरक्षा तो मिलती है लेकिन इसके अनुचित उपयोग से 100 में से 15 महिलाओं को गर्भावस्था का जोखिम रहता है। इसलिए इसका इस्तेमाल सही तरह से करना बहुत जरूरी है। डाक्टरों के मुताबिक एक्सपायरी कंडोम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

अमेरिका के कुछ डॉक्टरों का यह भी दावा है कि पुरुषों में इस्तेमाल किए जाने वाले कंडोम से महिला में कुछ गंभीर बीमारी होने का खतरा हो सकता है। बता दें कि कंडोम पर पाउडर और लुब्रिकेंट का इस्तेमाल किया जाता है। कई अध्ययन के अनुसार इस पाउडर से ओवेरियन कैंसर का खतरा होता है और बांझपन का भी खतरा होने का अंदेशा रहता है।

By vandna

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