फोटो के लिए साभार गूगल

लखनऊ।लखनऊ में एक इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है करीब तीन महीने पहले रायबरेली से लखनऊ आ रही गैंगरेप पीडि़त महिला पर ट्रेन में एसिड अटैक हुआ था।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गंभीर प्रयास के बाद उसको मौत के मुंह से निकाला गया उस वक्त उन्होंने पीडि़ता के परिजनों को सुरक्षा देने का भरोसा दिलाया था। मगर अपराधी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को खुली चुनौती दे रहे हैं।अपराधी कितने बेखौफ हैं इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता कि कल लखनऊ में गर्ल्स हास्टल में रह रही उसी महिला पर एक बार फिर तेजाब फेंका गया।

बताया जा रहा है कि महिला पर उस समय हमला हुआ जब वह गर्ल्स हास्टल के कमरे से बाहर आकर पानी भर रही थी। महिला एक कैफे में काम करती है जो एसिड अटैक से पीड़ित लोग चलाते हैं।
लखनऊ पुलिस ने महिला को सुरक्षा दी हुई थी लेकिन जब ये हमला हुआ उस वक्त सुरक्षा में तैनात सिपाही हास्टल के अंदर था। महिला दो बच्चों की मां है। उसके साथ 2008 में जायदाद विवाद की वजह से गैंगरेप किया गया था।
इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था।केस अब भी चल रहा है।पुलिस का कहना है कि महिला को चेहरे के दाहिनी तरफ नुकसान पहुचा है।महिला अभी बयान देने की हालत में नहीं है।

खास बात ये है कि सीएम बनने के बाद खुद योगी आदित्यनाथ इस महिला से मिलने पहुंचे थे।मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह महिला हॉस्टल के बाहर फोन पर बात कर रही थी तभी अंधेरे में कोई शख्स उसके पास आया और एसिड से हमला कर भाग गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है।इस मामले में रायबरेली पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।वहीं महिला अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है।लखनऊ में ट्रेन में जब महिला पर एसिड अटैक हुआ था, उस समय सीएम बनने के बाद खुद योगी आदित्यनाथ 24 मार्च को इस महिला से मिलने पहुंचे थे।

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